बुसान में बॉलीवुड की गूंज
१६ अक्टूबर २००९8 अक्टूबर से चल रहे इस फ़ेस्टिवल के दौरान इराक़ के शौक़त अमीन कोरकी के नाटक 'किक ऑफ़' और एक कवि के जीवन पर बनी कोरियन फिल्म 'आय ऐम इन ट्रबल' की धूम रही और इन दोनों को इस साल का 'न्यू करंट्स अवॉर्ड' और 30 हज़ार डॉलर की ईनामी राशि से भी सम्मानित किया गया. इस फेस्टिवल को एशिया के बड़े फ़िल्म फेस्टिवलों में गिना जाता है जहां एशियाई सिनेमा के बहुत से रंग देखने को मिलते हैं.
बुसान में इस साल बॉलीवुड का भी डंका बजा, जब भारतीय सिनेमा के मुग़ल, 77 वर्षीय यश चोपड़ा को 'फ़िल्ममेकर ऑफ़ द ईयर' के सम्मान से नवाज़ा गया. रोमांटिक फ़िल्में बनाने में माहिर यश चोपड़ा ने कई सुपरहिट फ़िल्में बॉलीवुड को दी हैं. इनमें से लम्हें, धूम 2 और रब ने बना दी जोड़ी को इस महोत्सव में दिखाया भी गया. यश चोपड़ा की फ़िल्मों के लिए एक विशेष खंड बनाया गया, जिसे ‘ए स्पेशल प्रोग्राम इन फोकस : रेट्रोस्पेक्टिव ऑन यश चोपड़ा' नाम दिया गया.
फ़ेस्टिवल के डायरेक्टर किम दोंग हो से सम्मान लेते हुए यश चोपड़ा ने कहा कि हर सम्मान आपको प्रेरणा देता है और आप पर ख़ुद को साबित करने का दबाव भी बनाता है. इस मौक़े पर कोरियाई अमेरिकी स्टार किम युन चिन, ताइवान के फ़िल्माकर होउ सियाओ-सीन और हांगकांग के निर्देशक जॉनी तो और दक्षिण कोरिया के अभिनेता आन सुंग की जैसी हस्तियां मौजूद थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/तुनश्री सचदेव
संपादनः ए कुमार