1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बैंगलोर में आज भिड़ेंगे भारत और इंग्लैंड

२७ फ़रवरी २०११

वर्ल्ड कप में आज टीम इंडिया का सामना इंग्लैंड से हो रहा है. चिन्नास्वामी स्टेडियम में अपने प्रशंसकों के सामने भारत के पास इंग्लैंड को जमीन पर लाने का पूरा मौका है. आंकड़ों के लिहाज से भी भारतीय टीम का पलड़ा भारी है.

https://p.dw.com/p/10Q85
तस्वीर: AP

इंग्लैंड ने भारतीय जमीन पर आखिरी वनडे 2006 में जीता था. इसके बाद से इंग्लैंड भारत में एक भी वनडे मैच नहीं जीत सका है. वैसे पिछले छह महीनों में इंग्लैंड की टीम में गजब की मजबूती आई है. एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद एंड्र्यू स्ट्रॉस की टीम के हौंसले बुंलद हैं. लेकिन रविवार को उसके सामने एक फौलादी चट्टान खड़ी है, जिसका नाम टीम इंडिया है.

इंग्लैंड के कप्तान स्ट्रॉस की ख्वाहिश है कि वह टीम इंडिया को हराकर भारत का वर्ल्ड कप मूड खराब करें. लेकिन महेंद्र सिंह धोनी कहते हैं कि अगर अकेले वीरेंद्र सहवाग ही चल पड़े तो इंग्लैंड को बंगले झांकने पर मजबूर होना पड़ेगा.

मैच में खास नजर इंग्लैंड के गेंदबाजों पर होगी. खासकर स्टुअर्ट ब्रॉड पर. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है. लेकिन युवराज के लगातार छह छक्के अब भी उनके जेहन में जरूर होंगे. भारतीय टीम को भरोसा है कि वीरू, विराट और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का बल्ला बैंगलोर में जरूर गरजेगा. गौतम गंभीर भी शानदार पारी को खेलने के लिए बेताब हैं. जल्दी जल्दी विकेट गिरे तो ही युवराज, धोनी और यूसुफ पठान को आराम से बल्लेबाजी का मौका मिलेगा.

वहीं इंग्लैंड की उम्मीदें कोलिनवुड और पीटरसन के बल्ले से हैं. केपी के नाम से मशहूर पीटरसन भारत में 56 के औसत से रन बनाते हैं. भारत के लिए केपी का विकेट अहम होगा. आकर्षण का केंद्र इंग्लैंड के स्पिनर स्वान भी होंगे. स्वान को इस वक्त दुनिया का सबसे बेहतरीन स्पिनर बताया जाता है. देखना है कि स्पिनरों की मदद करने वाली भारतीय पिच पर वह कैसी गेंदबाजी करते हैं. वहीं इंग्लैंड के बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों और जहीर खान और आशीष नेहरा से कैसे निपटते हैं. आशीष नेहरा इंग्लैंड के बल्लेबाजों को अक्सर बैकफुट पर ले आते हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंहि

संपादन: ईशा भाटिया

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें