बॉलीवुड से हिंदी सीखते मालदीव के लोग
२० सितम्बर २०१०मालदीव के सिनेजगत में अली सिएक्सेन को शाहरुख खान का दर्जा हासिल है. लगातार दो साल मालदीव का राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके अली सिएक्सन कहते हैं, "मालदीव में 80 फीसदी लोग बॉलीवुड फिल्मों के कारण हिंदी बोलते हैं. मैं खुद भी हिन्दी को फिल्मों के कारण ही जानता हूं." अली गोवा में चल रही साउथ एशियन फिल्म फेस्टिवल में हिस्सा लेने आए हैं.
हिन्दी फिल्म धड़कन की मालदीव में बनी रीमेक में अक्षय कुमार की भूमिका अली सिएक्सन ने ही निभाई. विक्रम भट्ट की राज की रीमेक भी मालदीव में बनी और खूब हिट हुई. इसके अलावा शाहरुख खान और जॉन अब्राहम भी मालदीव में खूब पसंद किए जाते हैं.
अली ने कहा, "हिंदी फिल्मों से हमें ताकत मिलती है." अली बताते हैं कि मालदीव में हिंदी फिल्मों की शूटिंग तो खूब होती है लेकिन दोनों देशों की फिल्म इंडस्ट्री के बीच ज्यादा संपर्क नहीं है. अली कहते हैं," हिंदी फिल्म उद्योग से हमारे रिश्ते वैसे नहीं हैं जैसे कि श्रीलंका से." 30 साल के अली को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में दोनों देशों की फिल्मी दुनिया के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे.
मालदीव में हर साल 10 से 12 फिल्में बनती हैं. मालदीव की आबादी बहुत कम है और जो है वो भी अलग अलग द्वीपों में बिखरी हुई है. ऐसे में फिल्म की मार्केटिंग एक बड़ी समस्या है. अली कहते हैं मालदीव अगर भारत जैसा होता तो मार्केटिंग बहुत आसान होती.