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ब्रह्मपुत्र पर चीनी बांध को लेकर भारत चिंतित

१५ जून २०११

चीन ने कहा है कि वह भारत से लगती अपनी सीमा पर पानी को रोकने या छोड़ने को लेकर जिम्मेदारी से काम लेगा. ऐसी खबरें हैं कि चीन तिब्बत में बांध बनाकर ब्रह्मपुत्र का रुख मोड़ना चाहता है.

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चीन से चिंतातस्वीर: picture alliance/Arco Images GmbH

मंगलवार को भारत ने तिब्बत में बांध बनाने की चीन की योजनाओं के बारे में जानकारी मांगी थी. भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, "हम चीन की सरकार और वहां अपने मिशन से और ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं. रिपोर्ट मिलने के बाद ही हम सही मूल्यांकन कर पाएंगे और सही कूटनीतिक कदम उठा पाएंगे.

बुधवार को चीन ने कहा कि वह बहाव की ओर के देशों के हितों को ध्यान में रखते हुए पूरी जिम्मेदारी से काम लेगा. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लाई ने कहा, "अंतर्देशीय जल स्रोतों के विकास को लेकर चीन जिम्मेदाराना रवैया अपनाएगा."

ब्रह्मपुत्र नदी चीन से भारत की ओर आती है. अगर तिब्बत में बांध बना लिया जाता है तो इसका सीधा असर भारत पर पड़ेगा. पूर्वी भारत की इस सबसे बड़ी नदी पर न सिर्फ लाखों लोगों का जीवन निर्भर है बल्कि यह बड़ा जल संसाधन भी है. ऐसे में भारत के लिए ब्रह्मपुत्र पर बांध बनना चिंता की बात है.

इस बारे में सवाल पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्री ने कहा, "हम ऐसी नीति अपना रहे हैं जहां विकास और संरक्षण साथ साथ रह सकें. बेशक, हमें बहाव की ओर के देशों के हितों का भी पूरा ख्याल है."

सूत्रों के मुताबिक भारतीय अधिकारियों के साथ बातचीत में चीनी अधिकारियों का कहना है कि इस विशाल नदी पर बनने वाली परियोजना बहुत छोटी है और भारत की ओर बहाव पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम