भज्जी के छक्के से हारा पाकिस्तान
२० जून २०१०साल भर बाद दांबुला के मैदान पर भारत और पाकिस्तान के बीच वनडे में कांटे की टक्कर हुई. पाकिस्तान के 267 रन के जवाब में भारत ने 49 ओवर में छह विकेट खोकर 261 रन बनाए. क्रीज पर सुरेश रैना और हरभजन सिंह थे. आखिरी ओवर डालने के लिए गेंद मोहम्मद आमेर को थमाई गई. उनकी दूसरी गेंद पर जमे जमाए बल्लेबाज रैना रन आउट हो गए. इससे भारतीय क्रिकेट प्रेमी मायूस हो गए. जीत के लिए चार गेंदों पर छह रन चाहिए थे. पुछल्ले बल्लेबाज प्रवीण कुमार ने दो और फिर एक रन लिया. आखिर की दो गेंदों में टीम इंडिया को तीन रन बनाने थे.
बेहद रोमाचंक और दवाब वाली इस स्थिति में मोहम्मद आमेर के सामने स्ट्राइक पर हरभजन सिंह थे. युवा गेंदबाज आमेर ने जैसे ही गेंद फेंकी, हरभजन सिंह ने उसे सीधे मिड विकेट के ऊपर हवा में उठाते हुए सीमा रेखा के पार पहुंचा दिया. आमेर समेत सभी पाकिस्तानी खिलाड़ी सिर पकड़ कर बैठ गए. भज्जी और प्रवीण कुमार गले लगे और पूरी भारतीय टीम मैदान पर दौड़ती चली आई.
इस जीत के साथ ही भारत ने बीते साल चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान मिली हार का हिसाब चुकता किया और पाकिस्तानी टीम को एशिया कप से बाहर का रास्ता दिखाया. जीत में गौतम गंभीर, कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना की भी अहम भूमिका रही. मैन ऑफ द मैच चुने गए गंभीर ने पूरे मैच में सबसे ज्यादा 83 रन बनाए. कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 56 रन की पारी खेली, जबकि आखिरी पलों में रैना ने 34 रन जोड़े.
लेकिन जीत के लिए हरभजन सिंह को ही याद किया जाएगा. भज्जी ने 11 गेंदों पर दो छक्के जड़कर 15 रन बनाए और टीम को जीत के दर्शन कराए. इस जीत के साथ ही अब भारत एशिया कप के फाइनल में पहुंच गया है. फाइनल और उससे पहले एक लीग मैच में टीम इंडिया का सामना अब श्रीलंका से होगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन