भारत और रूस के साझा बयान से पाकिस्तान नाराज
२४ दिसम्बर २०१०भारत और रूस ने साझा बयान में पाकिस्तान का नाम लेकर कहा कि आतंकवाद के सुरक्षित अड्डों को खत्म करना ही होगा. भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि पाकिस्तान को 2008 के मुंबई हमलों के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
इन बयानों पर पाकिस्तान सरकार ने नाराजगी जताई है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि नई दिल्ली में दिए गए बयान ''बेबुनियाद और अस्वीकार्य हैं. रूस की सरकार को पाकिस्तान ने अपना नजरिया बता दिया है.''
रूस से पहले जर्मनी भी पाकिस्तान का नाम लेकर आतंकवादियों की पनाहगाह खत्म करने की बात कह चुका है. इसी महीने बर्लिन में भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात के बाद जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने भी कहा कि कोई भी देश आतंकवाद का सहारा लेकर अपना उद्देश्य हासिल नहीं कर सकता. जर्मनी के बयान पर भी पाकिस्तान सरकार ने नाराजगी जताई.
भारत और पाकिस्तान के संबंध 2008 के बाद कटे हुए हैं. मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले के कई आरोपी पाकिस्तान में हैं. भारत इसे लेकर पाकिस्तान को कई दस्तावेज भी दे चुका है लेकिन इस्लामाबाद अपने कानून का हवाला देकर कार्रवाई करने में लाचारी दिखाता है. भारत इससे नाराज है. लिहाजा नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान पर दवाब बनाने की कोशिश कर रहा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार