भारत का फैसला शर्मनाकः स्वान
१५ जून २०११टेस्ट सीरीज से पहले वाकयुद्ध का आगाज करते हुए 32 साल के ऑफ स्पिनर स्वान ने कहा, "मुझे समझ नहीं आता कि यह तकनीक के प्रति अविश्वास है या उनका बचपना. अगर वे यह नहीं चाहते है तो ठीक है." भारतीय टीम नहीं चाहती है कि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अंपायर के विवादित फैसलों की तकनीक की मदद से समीक्षा की जाए.
31 टेस्ट मैचों में 138 विकेट झटकने वाले स्वान को इस वक्त दुनिया का चोटी के ऑफ स्पिनरों में शुमार किया जाता है. टीम इंडिया के फैसले पर वह कहते हैं, "मेरी समझ से यह शर्मनाक है कि हम इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे क्योंकि खेल में यह सकारात्मक बात जोड़ी गई है. मुझे लगता है कि भारत तकनीक पर भरोसा करता है. खैर, आप बहाने बना ही सकते हैं लेकिन यह साबित हो चुका है कि यह सिस्टम काफी सटीक होता है."
डिसीजन रिव्यू सिस्टम के तहत दोनों ही टीमों को अंपायर के फैसले के खिलाफ तकनीक की मदद लेने का अधिकार होता है. एक पारी में टीम दो बार डीआरएस का इस्तेमाल कर सकती है. 2009 में पहली बार टेस्ट क्रिकेट में डीआरएस का इस्तेमाल किया गया. वनडे में डीआरएस 2011 के वर्ल्ड कप से शुरू हुआ.
भारतीय टीम जुलाई में इंग्लैंड दौरे पर जा रही है. टीम को 25 जुलाई से इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: ए जमाल