भारत के हिस्से अब तक 11 स्वर्ण पदक
६ अक्टूबर २०१०खचाखच भरे इंदिरा गांधी स्टेडियम में भारतीय पहलवानों ने एक बार फिर देश की लाज रख ली. दोपहर को पहलवान सुनील कुमार ने 66 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता. इसके बाद राजेंद्र कुमार ने इसे स्वर्ण पदक में तब्दील कर दिया. उन्होंने पाकिस्तान के अजहर हुसैन को आसानी से 10-0 से हरा दिया.
राजेंद्र को गोल्ड मेडल जीतने का पूरा भरोसा था. उन्होंने कहा, "पहली बार कॉमनवेल्थ खेलों में ग्रीको रोमन शैली की कुश्ती को शामिल किया गया. इसलिए हमें अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी और अगली बार हम और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे. देश के लिए ज्यादा मेडल जीतेंगे."
भारत के मुख्य कोच हरगोविंद सिंह को भी राजेंद्र से गोल्ड जीतने की पूरी आशा थी. वह कहते हैं कि पाकिस्तान के अहजर हुसैन फ्री स्टाइल कुश्ती ही लड़ते हैं. पाकिस्तानी पहलवान को ग्रीको और रोमन शैली का कोई अनुभव न होने के कारण राजेंद्र भारी पड़े. अहजर ने भी इस बात को माना. वैसे पाकिस्तान में सुविधाओं की भी कमी है. अजहर कहते हैं, "हमने पहली बार इस तरह की कुश्ती लड़ी. यह हमारे यहां नहीं चलती. हम अखाड़े पर लड़ते हैं और यह मैट पर लड़ी जाती है."
जब अजहर और राजेंद्र पत्रकारों से बात कर रहे थे, तभी 84 किलोग्राम वर्ग में भारत के पहलवान मनोज कुमार नेट पर अपना कमाल दिखा रहे थे, लेकिन उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पडा.
इससे पहले शूटिंग रेंज पर भी भारत के निशानेबाजों का दबदबा रहा. पिछले कॉमनवेल्थ खेलों के विजेता गगन नारंग ने 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम करके अभिनव बिंद्रा को पांच अंकों से हरा दिया और गोल्ड मेडल पर कब्जा किया. दूसरी तरफ 25 मीटर पिस्टल प्रतियोगिता में अनीसा सैयद ने दूसरा गोल्ड मेडल जीता. इसके अलावा 50 मीटर शूटिंग में ओंकार सिंह ने भी गोल्ड मेडल पर कब्जा किया.
दूसरी तरफ 58 किलोग्राम वर्ग में भारतीय महिला वेटलिफ्टर रेणु बाला ने भारत की झोली में एक और स्वर्ण पदक डाल दिया. भारत के लिए 11वां गोल्ड मेडल वेटलिफ्टर रविर कुमार ने जीता.
रिपोर्टः नोरिस प्रीतम, नई दिल्ली
संपादनः ए कुमार