भारत को ईरान की चेतावनी
३ जुलाई २०११सामाचर एजेंसी फर्स के मुताबिक ईरान की राष्ट्रीय तेल कंपनी एनआईओसी के प्रबंधक निदेशक अहमद गालेबानी ने कहा, "हमने भारत को गंभीर तौर पर चेतावनी दी है कि अगर बचे हुए पैसे नहीं मिले तो हम उन्हें तेल आयात करना बंद कर देंगे." हालांकि ईरान की सरकारी तेल कंपनी ने कहा है कि वह भारत के साथ व्यापार संबंध बनाए रखना चाहता है. चीन के बाद ईरान से सबसे ज्यादा तेल भारत आयात करता है. ईरान का 20 प्रतिशत तेल भारत को जाता है.
एनआईओसी के अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रमुख मोहसेन गमसारी ने कहा, "इन चेतावनियों का मतलब नहीं है कि हमने तेल की आपूर्ति कम कर दी है और हम भारत को निर्यात करना बंद नहीं करेंगे." भारत का कहना है कि वह पिछले छह महीनों से ईरान को तेल के पैसे देने की कोशिश कर रहा है. यह पैसे ज्यादातर बैंक ट्रांसफर के जरिए दिए जाते हैं और यह एशियाई या यूरोपीय बैंकों के जरिए होते हैं, खासकर जर्मनी से. अब यूरोपीय देशों ने ईरान पर उसके परमाणु कार्यक्रम के चलते प्रतिबंध लगाए हैं और इन बैंक खातों को बंद कर दिया दया है.
शुक्रवार को भारतीय कंपनियों को दो अधिकारियों के हवाले से खबर दी गई कि ईरान से उन्हें यह चेतावनी मिली है. अप्रैल से लेकर अब तक लिए गए तेल की कीमत लगभग दो अरब डॉलर है. ईरान भारतीय रुपये में पैसे लेने से मना करता है, लेकिन उसने कहा है कि भारत तेल की कीमत को सोने में चुका सकता है.
भारत और ईरान के बीच सालाना लगभग 12 अरब डॉलर का व्यापार होता है. भारत ईरान से रोजाना तेल के चार लाख बैरेल मंगवाता है.
रिपोर्टः एएफपी/एमजी
संपादनः एस गौड़