भारत, दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा टेस्ट ड्रॉ
६ जनवरी २०११मैच के पांचवें दिन भारत को जीत के लिए 340 रन बनाने थे लेकिन दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने केवल तीन विकेट के नुकसान पर 166 रन ही बनाए. दोनों कप्तानों की सहमति से मैच अपने निर्धारित समय से कुछ पहले ही ड्रॉ पर समाप्त हुआ. इसी के साथ ही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर रही.
चौथी पारी में सहवाग के करिश्मे की उम्मीद थी लेकिन अपने पिछले रिकॉर्ड के मुताबिक वीरेन्द्र सहवाग एक बार फिर दूसरी पारी में नाकाम रहे.
केपटाउन टेस्ट में 340 रनों की मुश्किल लक्ष्य को भेदने उतरी टीम इंडिया को पहला झटका उस वक्त लगा जब वीरेन्द्र सहवाग 11 रन पर पैवेलियन लौट गए. उन्हें मॉर्न मोर्कल ने कप्तान ग्रैम स्मिथ के हाथो कैच आउट करवाया.
दूसरे विकेट के लिए गंभीर ने द्रविड़ के साथ 79 रनों की अहम साझेदारी निभाई. सोत्सोबे ने द्रविड़ को 31 रनों के निजी स्कोर पर एशवैल प्रिंस के हाथों कैच करवाया. हालांकि यह साझेदारी सिर्फ 79 रनों की रही लेकिन इस दौरान लगभग एक सत्र का खेल हो चुका था.
जब मैच खत्म हुआ उस समय सचिन तेंदुलकर 14 रन पर और लक्ष्मण 32 रन पर खेल रहे थे. भारत की ओर से गौतम गंभीर ने सबसे ज्यादा 64 रन बनाए.
रिपोर्टः एस के
संपादनः आभा एम