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भारत ने भगाया पोलियो, पाकिस्तान को आतंक ने रोका

Priya Esselborn२६ फ़रवरी २०१२

भारत ने पोलियो पर विजय हासिल कर ली है. पोलियो से जूझ रहे देशों की सूची से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत का नाम बाहर कर दिया. पिछले एक साल से ज्यादा समय में पोलियो भारत में अपना एक भी शिकार नहीं बना सका.

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तस्वीर: AP

भारत में पोलियो मिटाने के लिए काम कर रही संस्थाओं और कार्यकर्ताओं के लिए यह एक बड़ी जीत है. प्रधानमंत्री ने इस पर खुशी जताते हुए कहा, "इससे यह उम्मीद बन गई है कि हम पोलियो को न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया से मिटा सकते हैं." दिल्ली में चल रहे अंतरराष्ट्रीय पोलियो सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत की सरकार ने हजारों बच्चों के जीवन को तकलीफ में डालने वाले पोलियो के भयानक दंश को मिटाने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किया है. पर भारत को पोलियो मुक्त बनाने का श्रेय उन कार्यकर्ताओं को जाता है जिन्होंने बच्चों को लगातार टीके लगा कर इस बीमारी का खात्मा किया."

कार्यकर्ताओं को श्रेय

भारतीय प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य कर्मचारियों की तारीफ करते हुए कहा कि उन लोगों की सामूहिक कोशिशों का ही नतीजा है कि हम इस पर विजय पा सके. गली-गली, बस्ती-बस्ती में जा कर इन कार्यकर्ताओं ने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई.

भारत के स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद को इस बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन से एक पत्र मिला है जिसमें यह जानकारी दी गई है कि भारत को पोलियो वाले देशों की सूची से बाहर किया जा रहा है. हालांकि अभी दो साल तक और अगर कोई पोलियो से पीड़ित नहीं हुआ तभी स्थाई रूप से भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित किया जाएगा. भारत में पोलियो का आखिरी शिकार 13 जनवरी 2011 को पश्चिम बंगाल का एक बच्चा बना था.

पश्चिम बंगाल में 2010 में पोलियो के 42 मामले सामने आए जबकि 2009 में 741. पोलियो के खिलाफ सघन अभियान शुरू होने से पहले 1995 में राज्य के 50 हजार बच्चे पोलियो के शिकार बने थे. भारत से यह बीमारी दूसरे देशों में भी गई है. 2009 में दुनिया के आधे पोलियो मरीज भारत में थे. हालांकि इसी साल पोलियो के संक्रमण की दर में काफी कमी आई.

पिछले 10-15 सालों में भारत सरकार ने पोलियो को खत्म करने की कोशिशों पर 2 अरब डॉलर से ज्यादा की रकम खर्च की है. इसका नतीजा भी दिख रहा है. पोलियो सम्मेलन में पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल के प्रतिनिधि भी पहुंचे हैं.

आतंकवाद के कारण पोलियो

पोलियो सम्मेलन में हिस्सा लेने आए पाकिस्तान के मंत्री मीर हाजर खान बिजरानी ने भारत की कोशिशों की तारीफ करते हुए कहा कि उनका देश भी अपने पड़ोसी से सबक ले कर इस बीमारी को खत्म करेगा. पाकिस्तानी मंत्री बिजरानी ने पाकिस्तान में इस बीमारी को खत्म करने की राह में आतंकवाद को सबसे बड़ी बाधा बताया. उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की राह में सबसे बड़ी बाधा आतंकवाद से जंग है, जिसने खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत के अफगानिस्तान से लगते इलाकों को अस्थिर बना रखा है."

पाकिस्तानी मंत्री ने कहा, "नतीजा यह हुआ है कि स्वास्थ्य कर्मचारी और टीका लगाने वाले लोग इन इलाकों में पोलियो की दवा पिलाने नहीं जा सकते." बिजरानी ने यह भी कहा कि समस्या से जूझ रहे इलाकों से बड़ी संख्या में लोगों के पलायन से इस बीमारी को फैलने में मदद मिल रही है और सरकार की मुश्किलें बढ़ रही है.

भारत के बाहर हो जाने के बाद पोलियो की महामारी से जूझ रहे देशों में अब बस तीन नाम ही बाकी हैं. इनमें पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान और नाइजीरिया शामिल हैं.

रिपोर्ट: पीटीआई, एएफपी/एन रंजन

संपादन: महेश झा