भारत पहुंची ए-380 की पहली कमर्शियल फ्लाइट
१६ जुलाई २०१०दुबई से दिल्ली आ रही ए-380 की फ्लाइट को बारिश और खराब विजिबिलिटी की वजह से कुछ देर आकाश में इंतजार करना पड़ा. लेकिन दुनिया के सबसे विशालकाय यात्री विमान ने गुरुवार को साढ़े तीन बजे आईजीआई एयरपोर्ट के रनवे को छु लिया. सफल लैंडिंग के साथ ही एमिरेट्स भारत में ए-380 की कमर्शियल फ्लाइट शुरु करने वाली करने वाली पहली एयरलाइन कंपनी बन गई.
दो मंजिला विमान ने दुबई से 26 क्रू सदस्यों और 517 यात्री के साथ उड़ान भरी. दिल्ली में लैंडिंग के अनुभव के बारे में पायलट समीर मुरजानी ने कहा, ''एयरफील्ड पर भारी बारिश हुई थी. मुझसे पहले उतरने वाले विमान के पायलट ने जानकारी दी थी कि ब्रेकिंग में दिक्कत आ रही है. सुरक्षा को देखते हुए मैंने इंतजार किया और बारिश कम होने के बाद विमान को उतारा.''
लेकिन इस दौरान एयरपोर्ट अधिकारियों को शर्मिंदगी का सामना भी करना पड़ा. लैंडिंग के बाद विमान जब अपने निर्धारित स्थान पर खड़ा होने के लिए आ रहा था तभी एक कुत्ता दिखाई पड़ा. किसी तरह कुत्ते को भगाने के बाद विमान को दोबारा टैक्सिंग के लिए कहा गया. आईजीआई एयरपोर्ट पर यह दूसरा मौका है जब धूमधाम भरी नुमाइश के बीच रनवे या उसके आस पास आवारा कुत्ता दिखा हो. इससे पहले भी एक नए रनवे के उद्धाटन के दौरान अचानक एक कुत्ता विमान की जगह दौड़ता देखा जा चुका है.
बहरहाल एयरपोर्ट अधिकारी ए-380 लैंडिंग को एक बड़ी कामयाबी बता रहे हैं. उनका कहना है कि इससे साफ हो गया है कि दिल्ली एयरपोर्ट विशालकाय विमान के लिए तैयार हैं. हालांकि एमिरेट्स के अधिकारियों ने कहा है कि फिलहाल वह रोज भारत के लिए ए-380 नहीं उड़ाएंगे. बाजार की छानबीन करने के बाद नई योजनाएं बनाई जाएंगी. वैसे जर्मनी की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी लुफ्टहंज़ा और हॉलैंड की केएलएम भी भारत के लिए ए-380 की फ्लाइट शुरू करना चाहती हैं. लुफ्टहंज़ा को उम्मीद है कि आगामी सर्दियों तक उसकी योजना को हरी झंडी मिल जाएगी.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: उभ