1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

भारत-पाक क्रिकेट फैन्स के लिए दावत- बट

१८ जून २०१०

भारत के साथ क्रिकेट के रिश्ते फिर से बनाने की चाहत के साथ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष ऐजाज बट कोलंबो रवाना हुए हैं. वे वहां एशियन क्रिकेट काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए गए हैं.

https://p.dw.com/p/NuAz
पीसीबी चैयरमैन एजाज बटतस्वीर: AP

बट ने कहा कि वे बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया(बीसीसीआई) के अधिकारियों के साथ अलग से बैठक करेंगे और भारत पाकिस्तान के क्रिकेट संबंधों को फिर से शुरू करने के लिए बात करेंगे. बट एशियन क्रिकेट काउंसिल(एसीसी) के अध्यक्ष हैं. उन्होंने कहा, "मैं बीसीसीआई अधिकारियों के बातचीत करूंगा और उन्हें पाकिस्तान इंडिया क्रिकेट सीरीज फिर से शुरू करने के लिए राजी करूंगा. दोनों देशों के बीच क्रिकेट के संबंध खेल के लिए बहुत अहम हैं और श्रीलंका दौरे के दौरान इन मुद्दे पर बात करना मेरी प्राथमिकता होगी."

बट ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों में रुकावट विश्व क्रिकेट के लिए एक बड़ा नुकसान थी. "ये बहुत दुख की बात है कि हम एक दूसरे के साथ बहुत कम खेल रहे हैं क्योंकि उपमहाद्वीप में और दुनिया के कई हिस्सों में लोग चाहते हैं कि दोनों देश आपस में क्रिकेट खेलें. दुनिया भर के क्रिकेट फैन्स के लिए दोनों के बीच मुकाबला एक दावत है और इसे फिर से शुरू किया ही जाना चाहिए."

पाकिस्तान ने ये भी प्रस्ताव रखा है कि अगर भारत की टीम पाकिस्तान नहीं आना चाहती तो किसी और देश में दोनों के बीच मैच हो. बट बीसीसीआई से ये भी बात करने वाले हैं कि पाकिस्तान के डोमेस्टिक टी20 चैम्पियन्स सियालकोट स्टालियॉन्स को अगले साल टी20 चैम्पियन्स लीग में शामिल किया जाए. पीटीआई समाचार एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि बट एसीसी के सदस्यों को मनाने की कोशिश करेंगे कि विदेशी टीमों को पाकिस्तान का दौरा करने के लिए तैयार किया जाए.

पिछले साल श्रीलंका की टीम पर पाकिस्तान में हमला हुआ था जिसके बाद कोई अंतरराष्ट्रीय टीम वहां खेलने नहीं गई.

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन एजाज बट इंग्लैंड टेस्ट टूर के लिए टीम की चयन प्रक्रिया पर भी नज़र डालेंगे. मुख्य चयनकर्ता मोहसिन खान भी श्रीलंका जा रहे हैं. वे वहां कप्तान से बात करेंगे और रविवार को इंग्लैंड जाने वाली टीम की घोषणा करेंगे.

रिपोर्टः पीटीआई/आभा मोंढे