भारत में गरीबों के लिए शहर बसाएंगे प्रिंस चार्ल्स
११ जनवरी २०११प्रिंस चार्ल्स कोलकाता या बैंगलोर के आसपास 15 हजार गरीब भारतीयों के लिए एक छोटा शहर बसाना चाहते हैं. यह शहर पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल होगा. अरबों रुपये की इस योजना में स्कूल, दुकानें और तीन हजार घर बनाए जाएंगे. ब्रिटिश अखबार डेली मेल ने खबर दी है कि इस शहर के लिए 14 फुटबॉल मैदानों जितनी जगह की जरूरत होगी.
ब्रिटिश राजशाही के उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स चाहते हैं कि उन्हें कोलकाता या बैंगलोर के नजदीक 25 एकड़ बंजर जमीन मिल जाए. यहां बसाए जाने वाले घर उनकी पाउंडबरी योजना जैसे ही होंगे. प्रिंस चार्ल्स ब्रिटेन में डोर्केस्टर के पास भी ऐसा ही एक शहर बसा रहे हैं, जिसे पाउंडबरी योजना कहा जाता है. 1990 के दशक में शुरू हुआ इस शहर का काम 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है.
डेली मेल में प्रिंस ने कहा, "जब आप शहर में घुसेंगे तो आपको लगेगा कि आप प्लास्टिक और कूड़े के किसी ढेर को देख रहे हैं. लेकिन बहुत जल्द आप गलियों के एक साफ सुथरे जाल के बीच खुद को पाएंगे, जहां छोटी दुकानें होंगी. घर होंगे. वर्कशॉप होंगी."
अखबार के मुताबिक प्रिंस चार्ल्स ने कहा कि हमें इस बारे में अभी बहुत कुछ सीखना होगा कि जटिल दिखने वाली व्यवस्था कैसे अपने को व्यवस्थित कर सकती है. चार्ल्स एक स्वयंसेवी संगठन चलाते हैं. फाउंडेशन फॉर बिल्ट एन्वायर्नमेंट नाम का यह संगठन विदेशी जमीन पर अपना पहला दफ्तर भारत में खोलेगा. इसी साल मुंबई में संगठन का दफ्तर खोला जाएगा और भारत में शहर बसाने की परियोजना पर काम यहीं से होगा.
रिपोर्टः पीटीआई/वी कुमार
संपादनः महेश झा