भारत यात्रा पर जर्मन रक्षा मंत्री
९ फ़रवरी २०११गुटेनबर्ग दौरे की शुरुआत दक्षिण भारत में बैंगलोर से करेंगे, जहां वह एयरो इंडिया एयरशो में हिस्सा लेंगे. उसके बाद वह भारतीय रक्षा मंत्री एके एंटनी के साथ कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करेंगे. भारत में जर्मन दूतावास से जारी बयान में इस बारे में कहा गया है, "एयरशो देखने के बाद दोनों देशों के रक्षा मंत्री क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के साथ ही रक्षा मामलों पर बातचीत करेंगे."
जर्मन रक्षामंत्री के साथ 40 सदस्यों वाला वरिष्ठ अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी है जो आपसी रिश्तों को मजबूत करने के लिए तरीके ढूंढने भारत जा रहा है. एयरो इंडिया एयरशो में जर्मन पवेलियन भी है जहां जर्मन एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की सदस्यता वाली कुल 17 कंपनियों ने अपना डेरा जमाया है. दुनिया भर में इस एयरशो की बड़ी चर्चा हो रही है और इसे एशिया के सबसे अहम एयरशो के रूप में देखा जा रहा है. अमेरिका से तो इस साल कंपनियों का सबसे बड़ा दस्ता यहां आया है जो ऐतिहासिक है.
गुटेनबर्ग यहां वायुसेना अध्यक्ष पीवी नायक और डीआरडीओ के महानिदेशक वीके सारस्वत से भी मुलाकात करेंगे. रक्षा मामलों में भारत और जर्मनी के बीच अच्छी रणनीतिक साझीदारी है. 2006 में दोनों देशों ने आपसी सहयोग के समझौते पर दस्तखत किए थे जिसके आधार पर तीन कार्यकारी समूह बनाए गए. इन समूहों को सैन्य मामलों की नीति, सशस्त्र सेनाओं के बीच सहयोग और रक्षा तकनीक और कारोबार में सहयोग पर ध्यान देने और नीतियां बनाने की जिम्मेदारी दी गई.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार