भारत से कतरा रहे हैं परदेसी
२२ अक्टूबर २०१२एचएसबीसी के 'एक्स्पैट्स' नाम के वार्षिक सर्वे में ब्रिटेन को सांस्कृतिक और मौज मस्ती के लिहाज से सबसे ऊपर रखा गया है. सर्वे के मुताबिक अब सूर्य पूरब में उग रहा है, पश्चिम में वह डूबने जा रहा है. आर्थिक रूप से आकर्षक 12 देशों में पांच एशिया के हैं. एचएसबीसी एक्स्पैट के प्रमुख डीन ब्लैकबर्न कहते हैं, "वित्तीय अवसरों और जीवन के अनुभवों की वजह से एशिया तेजी से उभरता जा रहा है."
एक्स्पैट सर्वे के जरिए बैंक यह जानने की कोशिश कर रहा है कि दूसरे देशों में रहने की इच्छा जताने वाले लोग किन बातों के आधार पर परदेस का चुनाव करते हैं. अक्टूबर 2012 के सर्वे में सिंगापुर शीर्ष पर बना हुआ है. जीवनशैली के आधार पर भी 30 देशों की सूची बनाई गई. इसमें कैमन आइलैंड सबसे आगे है. फिर थाइलैंड, स्पेन, सिंगापुर, मलेशिया, मेक्सिको और स्विट्जरलैंड हैं.
जीवनशैली के लिहाज से भारत को सबसे नीचे रखा गया है. विदेशी भारत आकर काम काज करने को बहुत तरजीह नहीं दे रहे हैं. इस लिहाज से भारत वियतनाम, कुवैत और सऊदी अरब से भी पीछे है. आर्थिक मोर्चे पर भी भारत से विदेशियों की उम्मीदें टूट रही हैं. पेशवर लोग सिंगापुर, बरमूडा, थाइलैंड, हॉन्ग कॉन्ग, कैमन आइलैंड, मेक्सिको और चीन की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं.
बैंक के मुताबिक चीन ने बीते एक साल में अपनी छवि में काफी सुधार किया है. बैंक ने भारत के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की. लेकिन यह बात अब धीरे धीरे फैल रही है कि भ्रष्टाचार और लचर कानून व्यवस्था वाले भारत में अथाह मुश्किलें हैं. व्यवसाय चमकाने की आस लिए भारत पहुंचे कई विदेशी कारोबारी तो अब खुलकर अपने फैसले की आलोचना भी करने लगे हैं.
वैसे निजी कंपनियों के साथ काम करने वाले अधिकारी मान रहे हैं कि अब कामकाज धीरे धीरे एशिया की तरफ सरक रहा है. लोग करियर और बैंक बैलेंस को बढ़ाने के लिए एशिया की तरफ रुख कर रहे हैं. यूरोप में सिर्फ जर्मनी ही एक ऐसा देश है जो युवाओं को अपनी तरफ खींच रहा है. तकनीक और इंजीनियरिंग की वजह से युवाओं में जर्मनी का जादू बरकरार है.
सर्वे में भारत के लिए एक ही अच्छी बात रही. अब तक फ्रांस और स्पेन को रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जा रहा. लेकिन नए घुम्मकड़ प्रवृत्ति के लोग अब रिटायरमेंट के बाद ब्रिटेन और भारत में बसना ज्यादा पसंद कर रहे हैं.
ओएसजे/आईबी (एएफपी)