भारत से घोड़े और ऊंट ले जाना चाहते हैं ओबामा
८ नवम्बर २०१०एक जैसी कद काठी और शक्लो सूरत वाले, अच्छी नस्ल और सेना की बढ़िया ट्रेनिंग से लैस अनुशासित घोड़े और ऊंटों की फौज देख अमेरिका राष्ट्रपति का दिल बाग बाग हो रहा है. सेना का अनुशासन इंसान के साथ उसके सहयोगियों पर भी इतना असर कर सकता है, ये देखना ओबामा के लिए दिलचस्प है.
राजकीय स्वागत के लिए राष्ट्रपति भवन में पहुंचते ही दरवाजे पर राष्ट्रपति के अंगरक्षकों की कतार ने ओबामा को मुग्ध कर दिया. अंगरक्षक उन्हें अपने साथ राष्ट्रपति भवन के आंगन में ले गए, जहां खुद राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने उनकी अगवानी की. यहां प्रधानमंत्री मनोमोहन सिंह भी मौजूद थे. राष्ट्रपति के अंगरक्षकों ने ओबामा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया.
कामकाज की बात से फुर्सत पा ओबामा ने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से कहा कि वह अपने साथ भारत से कुछ घोड़े और ऊंट ले जाना चाहते हैं. राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल भी यह बात सुन मुस्कुराए बिना नहीं रह सकीं. माउंट कैवेलरी में स्वागत समारोह के दौरान ओबामा ने जब इन घोड़े और ऊंटों की अनुशासित कदमताल देखी, तो उन्हें मजा आ गया.
इससे पहले रविवार को प्रधानमंत्री के दिए रात्रि भोज में ओबामा ने कैमल बैन्ड का करतब भी देखा था. दुनिया के इकलौते बैंड की बजाई धुनों ने उन्हें मोहित कर लिया. बीएसएफ के जवानों ने राष्ट्रपति के स्वागत में कुछ परंपरागत धुनों के अलावा कुछ खास फिल्मी धुनों को भी बजाया. ओबामा को खास तौर से वक्त फिल्म के गाने ओ मेरी जोहरा जबीं की धुन सुनकर बड़ा मजा आया. बैंड का संगीत सुनकर उनके मुंह से बस एक ही शब्द निकला, "शानदार."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार