भारत से समर्थन मांगेंगी क्रिस्टीन लगार्द
२७ मई २०११भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने फ्रांस की वित्त मंत्री को बताया कि भारत मानता है कि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं में सुधार की जरूरत है. आईएमएफ प्रमुख पद के लिए चुनाव प्रक्रिया भी सुधार का हिस्सा होनी चाहिए. हालांकि भारत ने स्पष्ट किया कि भारत क्रिस्टीन लगार्द का सम्मान करता है और उन्हें एक मित्र मानता है.
भारत के वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के मुताबिक विकासशील देश अपनी स्थिति को मजबूत कर रहे हैं और आईएमएफ चीफ पद की दावेदारी पर जल्द ही अपना फैसला लेंगे. मुखर्जी ने बताया, "मैं विकासशील और तेजी से उभरते देशों के वित्त मंत्रियों के संपर्क में हूं. हम इस मसले पर अपना रुख तैयार करने की कोशिशों में लगे हैं."
अपनी दावेदारी के लिए समर्थन जुटाने की मुहिम के तहत क्रिस्टीन लगार्द भारत, चीन और ब्राजील जाएंगी. वॉल स्ट्रीट जर्नल को उन्होंने बताया कि चीन, भारत और ब्राजील का समर्थन मिलना बेहद जरूरी है. लगार्द ने आईएमएफ प्रमुख पद के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा बुधवार को की. उनका सोचना है कि उन्हें अधिकतर देशों से समर्थन मिलना जरूरी है. वह कहती हैं, "मैं चाहूंगी मुझे ज्यादा से ज्यादा देशों का समर्थन मिले. मैं ऐसा यूरोपीय उम्मीदवार नहीं बनना चाहती जिसे सिर्फ यूरोपीय देशों का ही समर्थन हासिल हो."
भारत, रूस, ब्राजील, चीन और दक्षिण अफ्रीका (ब्रिक्स) का कहना है कि आईएमएफ चीफ का चुनाव उसकी नागरिकता देखकर होता है जिससे संस्था पर सवालिया निशान लगता है. आईएमएफ के पूर्व प्रमुख डोमिनिक स्ट्रॉस कान बलात्कार की कोशिश के आरोपों में घिरे हैं. हालांकि फिलहाल वह जेल से जमानत पर बाहर हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एस गौड़
संपादनः ए कुमार