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भारतीय फॉर्मूला वन के अधिकारी का इस्तीफा

२४ जनवरी २०११

भारत में इस साल अक्टूबर में पहली फॉर्मूला वन रेस होनी है. लेकिन इस रेस पर भी अब कॉमनवेल्थ कथा जैसे बादल मंडराने लगे हैं. साल भर से सर्किट यानी रेस ट्रैक बनाने का जिम्मा संभाल रहे अधिकारी ने इस्तीफा दे दिया है.

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तस्वीर: AP

रेस के उद्घाटन से नौ महीने पहले मुख्य आयोजक मार्क ह्यूज ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे की वजह साफ नहीं हुई है. पद छोड़ने का कारण व्यक्तिगत बताया जा रहा है. भारत में फॉर्मूला वन सर्किट जेपी ग्रुप बनवा रहा है. ह्यूज के इस्तीफे की जानाकारी देते हुए जेपी ग्रुप के मुख्य प्रवक्ता समीर कुमार ने कहा, ''मार्क ह्यूज अब हमारे साथ काम नहीं कर रहे हैं. व्यक्तिगत कारणों से उन्होंने पद छोड़ दिया है.''

ह्यूज की जगह अब मलेशिया के अजहर घजाली संभालेंगे. घजाली मलेशिया के फॉर्मूला वन ट्रैक की आयोजन समिति से जुड़े रहे हैं. घजाली के नाम का एलान करते हुए जेपी ग्रुप ने कहा, ''घजाली बेहद क्षमतावान हैं. वह ह्यूज की अनुपस्थिति में आगे की दिशा दिखाएंगे.'' वहीं ह्यूज ने अबू धाबी के फॉर्मूला वन सर्किट के लिए काम करने की पुष्टि कर दी है.

भारत में 30 अक्टूबर 2011 को पहली फॉर्मूला वन रेस होनी है. इसके लिए 35 करोड़ यूरो की लागत से रेस ट्रैक बनाया जा रहा है. इसमें सुरेश कलमाड़ी के बेटे की भी अच्छी खासी हिस्सेदारी है. सर्किट को जर्मन आर्किटेक्ट हैरमान टिल्के ने डिजाइन किया है. जेपी ग्रुप के मुताबिक 5.14 किलोमीटर लंबे ट्रैक काम का संतोषजनक ढंग से आगे बढ़ रहा है. समीर कहते हैं, ''काम पूरी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. हर दिन 600 लोग काम पर जुटे हुए हैं.''

फॉर्मूला वन सर्किट दिल्ली से करीब 40 किलोमीटर दूर ग्रेटर नोएडा में बन रहा है. रेस ट्रैक के साथ वहां 2,500 एकड़ जमीन पर एक इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम भी बनाया जा रहा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: आभा एम