'भ्रष्ट' श्रीलंका बोर्ड पर भड़के संगकारा
५ जुलाई २०११वर्ल्ड कप फाइनल में भारत के हाथों हारने के बाद संगकारा को कप्तानी से इस्तीफा देना पड़ा था. हालांकि उन्होंने अपने दो साल के कार्यकाल में टीम में जबरदस्त जुझारूपन पैदा किया है.
क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स में अपने भाषण के दौरान संगकारा ने कहा, "हमें बेहतर प्रशासन चाहिए. प्रशासन को वैसे ही मापदंड अपनाने चाहिए, जैसी कि टीम को जरूरत है, एकता, पारदर्शिता, समर्पण और अनुशासन." अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हुए इस जगह पर भाषण देने वाले संगकारा पहले क्रिकेटर हैं.
क्रिकेट और इससे इतर जबरदस्त समझ रखने वाले संगकारा ने कहा, "अगर प्रशासन ज्यादा पेशेवर, दूरदर्शी और पारदर्शी नहीं होगा तो हम आम लोगों को क्रिकेट से दूर कर देंगे. ऐसा तो होने भी लगा है. क्रिकेट के पक्के प्रेमी दूर जाने लगे हैं. अगर ऐसा होता रहा तो पूरा सिस्टम गड़बड़ा जाएगा."
श्रीलंका के पूर्व कप्तान ने यह बात ऐसे वक्त में कही है, जब हफ्ते भर पहले ही श्रीलंका के खेल मंत्री ने राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड के सभी सदस्यों को पद छोड़ देने को कहा है. वर्ल्ड कप के सह आयोजक श्रीलंका बोर्ड पर करीब सात करोड़ डॉलर का बिल बकाया है और मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि यह सब श्रीलंका बोर्ड के खराब प्रशासन की वजह से हुआ है.
संगकारा ने कहा, "उपाय यह है कि आईसीसी भ्रष्ट क्रिकेट बोर्डों पर कार्रवाई करे और उन्हें सस्पेंड कर दे. इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और बोर्डों को आईसीसी से मदद भी मिल सकेगा."
श्रीलंका की टीम इस वक्त इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेल रही है. इस सीरीज की शुरुआत ही विवाद के साथ हुई, जब 41 साल के क्रिकेटर और मौजूदा सांसद सनत जयसूर्या को टीम में शामिल कर दिया गया. जयसूर्या ने दो साल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है. वैसे वह श्रीलंका में सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद हैं. ओवल में खेला गया वह मैच श्रीलंका हार गया. जयसूर्या को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के लिए आखिरी मौका दिया गया, जिसमें वह बुरी तरह फेल रहे.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान कॉलिन काउड्रे के सम्मान में 2001 से लॉर्ड्स में हर साल क्रिकेटरों का लेक्चर होता है.
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः एन रंजन