मलाला को दुबई ले जाने की तैयारी
१४ अक्टूबर २०१२पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल असीम सलीम बाजवा ने रविवार को कहा, "डॉक्टरों ने मलाला की सेहत की जांच की और वे संतुष्ट हैं. वह धीमे धीमे और लगातार उबर रही हैं. इस तरह की चोट से धीरे धीरे ही उबरा जाता है."
सेना के मुताबिक मलाला को इलाज के लिए विदेश भेजने पर फैसला नहीं लिया गया है. बाजवा के मुताबिक, "हम डॉक्टरों की सलाह का इंतजार कर रहे हैं. हम उनके सुझावों को मानने के लिए तैयार हैं."
इस बीच संयुक्त अरब अमीरात अपना एक एयर एंबुलेंस पाकिस्तान भेज रहा है. अधिकारियों का कहना है कि विमान मलाला को इलाज के लिए लाएगा. यूएई में पाकिस्तान के राजदूत जमील अहमद खान ने एक निजी पाकिस्तानी टेलीविजन चैनल से कहा कि जरूरत पड़ने पर यह जहाज मलाला को इलाज के लिए दुबई लाएगा.
तालिबान के हमले में घायल होने के बाद मलाला दुनिया भर में तालिबान के विरोध का चेहरा बन चुकी हैं. आम लोग भी उसके समर्थन में खड़े हुए हैं. समाज के अचानक जागने से सरकार भी दबाव में है. सरकार ने हमलावरों को पकड़ने में मदद करने वालों को एक लाख डॉलर का इनाम देने का एलान किया है. अब तक 200 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है.
मलाला तालिबान की धमकियों के बावजूद पढ़ना चाहती थी. वह अन्य बच्चियों को भी पढ़ाई के लिए प्रेरित कर रही थी. इससे गुस्साए तालिबानी चरमपंथियों ने स्कूल बस में घुसकर उसे गोली मार दी. गोली मलाला के सिर पर लगी. तब से वह रावलपिंडी में सेना के सबसे बड़े अस्पताल में भर्ती हैं. शनिवार को मलाला ने कुछ देर हाथ पांव हिलाएं, लेकिन उसे होश अब भी नहीं आया है.
मलाला के साथ उसके स्कूल की दो सहेलियां भी अस्पताल में भर्ती हैं. हमले में वे भी घायल हुईं. मलाला तालिबान के गढ़ स्वात में रहती है. बीते मंगलवार को हुई वारदात के बाद मलाला को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रावलपिंडी लाया गया.
ओएसजे/एमजे (एएफपी, एपी)