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"मां दोषी, लेकिन मौत की सजा माफ करो"

२ जनवरी २०११

ईरान में पत्थर मार कर मौत की सजा पाने वाली महिला के बेटे ने अपनी मां के लिए माफी की अपील की है. लेकिन सज्जाद गादेरजादेह ने अपने पिता की हत्या के लिए अपनी मां साकीने मोहम्मदी अश्तियानी को जिम्मेदार बताया है.

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बेटे के साथ साकीने अश्तियानीतस्वीर: AP

गादेरजादेह का कहना है कि उनकी मां अश्तियानी ने अपने प्रेमी इस्सा ताहेरी के साथ मिल कर इस हत्या को अंजाम दिया है और उन्होंने इस बात का जिक्र उन जर्मन पत्रकारों के सामने भी किया जो इस मुकदमे की पश्चिमी में हो रही आलोचना को जोर शोर से उभारना चाहते थे. गादेरजादेह ने कहा, "मैं अपनी मां और इस्सा ताहेरी को अपने पिता के हत्यारे मानता हूं. दोनों दोषी हैं."

Iran Sakineh Mohammadi-Aschtiani Todesurteil durch Steinigung wegen Ehebruchs verurteilt
तस्वीर: AP

गादेरजादेह खुद 12 दिसंबर को जेल से रिहा हुए हैं. मीडिया के साथ उनकी मुलाकात एक सरकारी कल्याण संस्था के गेस्ट हाउस में कराई गई और इसकी व्यवस्था प्रांतीय न्याय विभाग ने कही. शनिवार को अश्तियानी भी मीडिया के कैमरों के सामने आईं.

अधिकारियों ने इसे "जेल से बाहर का दौरा" बताया. पत्रकारों को एक वीडियो क्लिप भी दिखाई जिसमें अश्तियानी अपने परिवार के साथ गेस्टहाउस में रात्रिभोज कर रही हैं. अश्तियानी ने मीडिया से कुछ नहीं कहा. साथ मौजूद उनकी बेटी भी कैमरों से बचने की कोशिश कर रही थी.

दो बच्चों की मां 43 वर्षीय अश्तियानी को तबरिज में 2006 में दो अलग अलग मामलों में दो अदालतों ने मौत की सजा सुनाई. पति की हत्या के जुर्म में मिली मौत की सजा को अपीली कोर्ट ने 2007 में दस साल की कैद में बदल दिया. लेकिन व्याभिचार के मामले में मिली पत्थर मार कर मौत की सजा को अपीली कोर्ट ने बरकरार रखा.

इस सजा की पूरी दुनिया में आलोचना हुई. शनिवार को अश्तियानी के बेटे ने अपनी मां की जान बख्शने की अपील की. गादेरजादेह ने कहा, "मेरी मां को पत्थर मार कर मौत की सजा मिली है. मैं चाहता हूं कि उसकी इस सजा को माफ कर दिया जाए. यह मेरा आग्रह है."

उन्हें उम्मीद है कि मौत की इस सजा पर रोक लग जाएगी क्योंकि ईरानी न्यायपालिका के पूर्व प्रमुख अयातोल्लाह महमूद हाशेमी शाहरुदी ने इस तरह की सजाओं को निलंबित करने का समर्थन किया है.

गादेरजादेह को भी दो जर्मन पत्रकारों के साथ बातचीत करने के लिए 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया. अब उन्हें लगभग 40 हजार डॉलर के मुचलके के बाद जमानत पर रिहा किया गया है. दोनों जर्मन पत्रकार अब भी हिरासत में हैं.

गादेरजादेह का कहना है कि अपनी मां को बचाने के लिए उन्होंने इस मामले को विवादास्पद बना दिया लेकिन अब वह मानते हैं कि इससे मामला और बिगड़ गया. वह कहते हैं, "मैं सोचता था कि अगर मामला विवादास्पद हो जाएगा तो मेरी मां को रिहा कर दिया जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मैंने खुद की इसकी योजना बनाई. इंटरनेट पर खोजा और मीना अहादी के बारे में पता चला. उन्होंने ही मोहम्मद मोस्ताफी से मेरा परिचय कराया."

मोस्ताफी जर्मनी में रहने वाले एक मानवाधिकार कार्यकर्ता ने जिन्होंने अश्तियानी के मामले को जोर शोर से उठाया. गादेरजादेह ने अपनी मां के केस को बिगाड़ने के लिए मोस्ताफी और दोनों जर्मन पत्रकारों को जिम्मेदार करार दिया है. ईरान के सरकारी प्रेस टीवी ने पिछले महीने अश्तियानी का एक वीडियो प्रसारित किया जिसमें कहा गया कि यह उनके पति की हत्या का रूपांतरण है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एस गौड़

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