माओवादियों ने चिदंबरम से इस्तीफा मांगा
४ सितम्बर २०१०न्यूज एजेंसी पीटीआई को किशनजी ने फोन पर बताया, "चेराकुरी राजकुमार उर्फ आजाद की हत्या के मामले में हम केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम, गृह सचिव जीके पिल्लई, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रोसैया और राज्य पुलिस महानिदेशक गिरीश कुमार के इस्तीफे की मांग करते हैं. आजाद की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हवाले से एक साप्ताहिक पत्रिका ने लिखा है कि आजाद को सिर्फ 7 सेंटीमीटर के फासले से गोली मारी गई. इसलिए अब कोई संदेह नहीं है कि आजाद की हत्या सोच समझकर की गई." कुछ दिनों पहले पुलिस ने दावा किया कि एक मुठभेड में माओवादी नेता आजाद को मार गिराया गया लेकिन उस मुठभेड़ पर कुछ हलकों में सवाल भी उठे हैं.
माओवादियों ने पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, झारखंड, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में बंद की अपील की है. लालगढ़ में तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी के बयान का जिक्र करते हुए किशनजी ने कहा कि ममताजी ने अपना बयान नहीं बदला और फिर केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने उनका समर्थन किया. यानी सरकार भी मान रही है कि आजाद की हत्या की गई.
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के पोलित ब्यूरो नेता किशनजी ने सरकार से पूछा है कि अगर आजाद की हत्या की गई तो चिदंबरम कैसे गृह मंत्री का पद संभाले हुए हैं. यह असंवैधानिक है और उन्हें जल्द इस्तीफा दे देना चाहिए.
उधर बिहार में बंधक बनाए पुलिसकर्मी लुकास टेटे का गोलियों से छलनी छव लखीसराय जिले में बरामद हो गया है. तीन पुलिसकर्मी अब भी माओवादियों के कब्जे में हैं और उनकी रिहाई के बदले वे आठ साथियों को छोड़े जाने की मांग कर रहे हैं जो जेल में बंद हैं. इससे पहले उन्होंने अभय यादव को मारने का दावा किया था लेकिन शव देखने के बाद पता चला कि यह टेटे का शव है. विपक्षी पार्टियों की आलोचना का सामना कर रहे नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर बातचीत के लिए शनिवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है. पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने नक्सलियों से बातचीत की मेज पर आने की अपील की है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए जमाल