माराडोना के सम्मान में स्मारक
७ जुलाई २०१०खुआन काबांदी ने कहा कि वह माराडोना के सम्मान में स्मारक को समर्थन इसलिए देंगे क्योंकि माराडोना के मामले में नतीजे इतनी अहमियत नहीं रखते. उन्होंने कहा कि माराडोना आम संस्कृति का बड़ा हिस्सा हैं और उनकी ख्याति खेल कूद के जगत से भी कहीं ज्यादा है.
काबांदी ने कहा कि एक मूर्ति से माराडाना के व्यक्तित्व और अपने देश के लिए उनके प्रेम को सम्मानित किया जा सकेगा. माराडोना की एक मूर्ति अर्जेंटीना के बोका जूनियर्स बोंबोनेरा स्टेडियम में है जहां पहली बार उन्होंने अपनी प्रतिभा दिखाई थी.
जर्मनी से हारने के बाद अर्जेंटीना की टीम बहुत दुखी तो थी लेकिन इसके बावजूद देश में लोगों ने उनका हार्दिक स्वागत किया.
माराडोना हार के बाद बहुत दुखी हैं लेकिन हो सकता है कि टीम को कुछ समय और कोच करते रहें. अर्जेंटीना के फुटबॉल फेडरेशन एफा के प्रमुख खुलियो ग्रोंदोना ने कहा कि माराडोना अर्जेंटीना में एकमात्र व्यक्ति हैं जो अपनी मर्जी से जो करना चाहें, कर सकते हैं.
माराडोना को देश के राजनीतिज्ञों से काफी समर्थन मिल रहा है. हालांकि एक जनमत सर्वेक्षण के मुताबिक देश में आधे से ज्यादा लोगों का मानना है कि टीम की हार माराडोना की वजह से हुई. देश की राष्ट्रपति क्रिस्टीना किर्शनर का कहना है कि माराडोना को रहना चाहिए क्योंकि खेल में हार जीत तो होती रहती है. उधर राजनीति में माराडोना को शामिल करने की खबरें भी फैल रही हैं. सरकार ने इसे पूरी तरह खारिज किया है, लेकिन सोचने वाली बात है कि देश के ज्यादातर कम आमदनी वाले लोग माराडोना को भगवान मानते हैं और माराडोना का साथ सत्तादारी पार्टी के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा, चाहे पार्टी उन्हें चुनावों में खड़ा करे या फिर उनके नाम पर एक स्मारक स्थापित करे.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एम गोपालकृष्णन
संपादनः ए जमाल