मिग-27 क्रैश: पायलट बचा, किसान मरा
२४ जुलाई २०१०भारतीय वायुसेना के प्रवक्ता राजीब साहू ने जानकारी देते हुए कहा, ''मिग-27 अपनी नियमित उड़ान पर था. इसी दौरान यह क्रैश हुआ. हादसे में जमीन पर काम कर रहे एक व्यक्ति की मौत हो गई, 12 घायल हुए हैं.'' हादसा कोलकाता से 600 किलोमीटर दूर मोइनागुड़ी गांव के पास हुआ.
विमान के नियंत्रण से बाहर होते ही पायलट ने हवा में ही 'इजेक्ट' बटन दबाकर खुद को बाहर निकाल लिया. पायलट पैराशूट के जरिए जमीन पर सुरक्षित उतर आया लेकिन विमान खेत पर काम कर रहे लोगों के ऊपर गिरा. बेहद तेज रफ्तार से गिरे विमान के नीचे एक किसान आया, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई. मलबे से कई लोग घायल हो गए.
वायुसेना के मुताबिक हादसा अज्ञात तकनीकी गड़बड़ी के चलते हुआ. फरवरी के बाद मिग-27 का यह दूसरा हादसा है. भारतीय वायुसेना अब भी मिग-27 विमानों का इस्तेमाल करती है. मिग-27 को अब भी दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों में गिना जाता है. लेकिन सोवियत संघ के जमाने के यह विमान अब पुराने पड़ चुके हैं और कई बार इनके पुर्जे तक नहीं मिलते.
भारतीय वायुसेना मिग श्रेणी के कई विमानों की छुट्टी करना चाहती है. इनकी जगह भरने के लिए रूस के जबरदस्त लड़ाकू विमान सुखोई और फ्रांस के मिराज का सहारा लिया जा रहा है. वैसे भारत 123 नए लड़ाकू विमानों के लिए 12 अरब डॉलर देने को तैयार है. इस पैसे पर अमेरिका, इस्राएल, रूस और फ्रांस की नजरें टिकी हुई हैं.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार