मियागी में 1,000 शव मिले
१४ मार्च २०११जोरदार भूकंप और उसके बाद आई विनाशकारी सूनामी लहरों की वजह से जापान के कई शहर पूरी तरह तबाह हो गए हैं. उत्तरी जापान के तटीय इलाकों में इमारतें, फैक्टरियां और रेल नेटवर्क सब बह चुका है. मियागी और फुकुशिमा में तीन मंजिला इमारतों के ऊपर बस और कारें अटकी हुई हैं. दरारों की वजह से जमीन फट चुकी है.
अधिकारियों के मुताबिक मियागी में ही 10,000 से ज्यादा लोग अब भी लापता है. सोमवार को मियागी गए राहत और बचाव दल को कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं मिला. तटीय इलाकों में एक हजार से ज्यादा लोगों के शव मिले.
पुलिस के मुताबिक मृतकों में ज्यादातर बुजुर्ग हैं. जापान में शुक्रवार को आए 8.9 तीव्रता वाले भूकंप के बाद सूनामी की चेतावनी जारी की गई थी. भूंकप के झटकों के करीब आधे घंटे बाद ही दैत्याकार सूनामी लहरें आईं. मृतकों में सभी ऐसे लोग शामिल हैं जो आधे घंटे के भीतर सुरक्षित जगहों पर नहीं पहुंच सके.
इस बीच अमेरिका, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस और न्यूजीलैंड ने राहत कार्यों में मदद के लिए अपनी टीमें भेज दी हैं. अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत उत्तरी जापान के लिए बढ़ चुके हैं. ब्रिटेन ने खोजबीन करने वाले उपकरणों के साथ एक टीम जापान भेजी है.
सोमवार को फुकुशिमा के तीसरे परमाणु संयंत्र में भी धमाका हुआ. दो रिएक्टर पहले ही खराब हो चुके हैं. इनकी वजह से परमाणु विकिरण हो रहा है और बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है. विकिरण के चलते फुकुशिमा में राहत और बचाव के काम में भी परेशानी आ रही है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: महेश झा