मुंबई हमलों में मारे गए लोगों को अमेरिकी गृह मंत्री की श्रद्धांजलि
२४ मई २०११अमेरिकी गृह मंत्री के इस चार दिवसीय दौरे का मकसद आतंकवाद के खिलाफ संबंधों को मजबूत करना है. उन्होंने मुंबई हमलों के दौरान मारे गए सुरक्षाकर्मियों की याद में बनाए रखे स्मारक पर सिर झुकाया और अपनी श्रद्धांजलि पेश की. यह स्मारक उस जगह से थोड़ी सी दूर हैं जहां हमलों के दौरान इकलौते आतंकवादी आमिर अजमल कसाब को पकड़ा गया. हमलों के लिए दोषी करार कसाब को अदालत मौत की सजा सुना चुकी है.
नापोलितानो महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों से मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम से मिलने नई दिल्ली जाएंगी. अमेरिकी सरकार का कहना है कि नापोलितानो भारत और अमेरिका की आंतरिक सुरक्षा वार्ता शुरू करेंगी. इसका मकसद दोनों देशों के बीच आतंकवाद से निपटने के क्षेत्र में सूचना के बेहतर आदान प्रदान को बढ़ावा देना है. पिछले साल अपने मुंबई दौरे में राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आतंकवाद के खिलाफ नजदीकी रिश्तों की वकालत की थी.
नापोलितानो ऐसे समय में भारत के दौरे पर पहुंची हैं जब उसके पड़ोसी पाकिस्तान से अमेरिकी रिश्तों में तीखी दरार दिख रही है. पाकिस्तानी शहर एबटाबाद में अल कायदा नेता ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद अमेरिका में पाकिस्तान की विश्वसनीयता और उसे मिलने वाली अमेरिकी रकम पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं.
भारत का कहना है कि मुंबई के आतंकवादी हमलों के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है जो पाकिस्तान में रह कर अपनी गतिविधियां चलाता है. 2 मई को बिन लादेन की मौत के बाद भारत ने कहा कि इससे साफ हो जाता है कि पाकिस्तान आतंकवादियों की पनाहगाह है. मुंबई हमलों के बाद यह अमेरिकी गृह मंत्री का पहला भारत दौरा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एमजी