मुरलीधरन टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होंगे
६ जुलाई २०१०18 साल के शानदार करियर के बाद मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. 18 जुलाई को भारत के खिलाफ गॉल में होने वाले मैच के बाद मुरलीधरन टेस्ट क्रिकेट में नहीं खेलेंगे. 132 टेस्ट में मुरली ने 792 विकेट लिए हैं और 337 वनडे में 515 विकेट चटकाएं हैं. हालांकि तीन टेस्ट सीरीज़ के पहले मैच के बाद मुरली नहीं खेलेंगे लेकिन उन्होंने 2011 के वन डे वर्ल्ड कप का विकल्प खुला रखा है.
इस वर्ल्ड कप की मेज़बानी श्रीलंका भारत और बांग्लादेश मिल कर करने वाले हैं. श्रीलंका क्रिकेट संघ ने बयान में कहा, "विश्व के सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले चैंपियन स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने फैसला लिया है कि वह गॉल में भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे."
एक साल पहले मुरली ने कहा था कि वे वेस्ट इंडीज़ के सीरीज़ के बाद इस साल के आखिर में संन्यास लेंगे लेकिन पिछले नवंबर में उन्होंने कहा कि वे पहले ही टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो जाएंगे. मुरली का कहना था कि वह 37 साल के हो चुके हैं और इन दिनों वे ज़्यादा बॉलिंग नहीं कर सकते क्योंकि वह 16-17 ओवर के बाद थक जाते हैं.
लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वह थोड़े वनडे खेलने की कोशिश करेंगे. उन्होंने इस संभावना से भी इनकार नहीं किया कि अगर उन्हें वनडे में अपना फॉर्म ठीक नहीं लगता तो शायद वह वर्ल्ड कप से पहले वनडे से भी रिटायरमेंट ले ले सकते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः एस गौड़