मैन यू को ले डूबा आत्मघाती खेल
२३ नवम्बर २०११चैंपियंस लीग के नॉक आउट दौर में पहुंचने को लेकर मैनचेस्टर यूनाइटेड की हालत टाइट हो गई है. ग्रुप सी में मैनेचेस्टर यूनाइटेड से ड्रॉ खेलने के बाद पुर्तगीज क्लब बेनफिका अगले दौर में जगह बना चुका है. नॉक आउट में पहुंचने के लिए मैन यू को अब किसी भी तरह स्विस टीम बाजेल के हाथों पिटने से बचना है. मंगलवार को बेनफिका और मैन यू का मुकाबला 2-2 की बराबरी पर छूटा. अपनी गलतियों की वजह से जीत के मौके को मैन यू ने ड्रॉ में बदल दिया.
पहला गोल मैनचेस्टर के लिए आत्मघाती था. हालांकि इसके बाद मैनचेस्टर ने दो गोल किए और स्कोर 2-1 कर दिया. लेकिन मैच के आखिरी लम्हों में इंग्लैंड के क्लब ने एक और गलती की. गोलकीपर ने लचर पास दिया और गेंद सीधी बेनफिका के मिडफील्डर के हाथ लगी. पुर्तगीज क्लब ने मौका नहीं गंवाया और मैनचेस्टर को उसकी दो गलतियों का सबक सिखाते हुए अपनी हार को ड्रॉ में बदल दिया.
ड्रॉ से निराश मैन यू के कोच सर एलेक्स फर्गुसन ने कहा, "यह एक निर्दयी गेम था. आज की रात यह हमारे लिए बेरहम था. हम कुछ खिलाड़ियों की कमी महसूस कर रहे थे, लेकिन टीम जैसी थी उससे मुझे कोई शिकायत नहीं है."
बायर्न ने स्पेन के क्लब वियारियाल को बड़े प्यार से 3-2 से हराया. मैच के दौरान एक बार भी यह नहीं लगा कि खेल बायर्न म्यूनिख के नियंत्रण से बाहर जा रहा है. फ्रांसीसी खिलाड़ी फ्रांक रिबेरी ने दो गोल दागे, जबकि चैंपियंस लीग में अब तक सबसे ज्यादा गोल करने वाले मारियो गोमेज ने भी बायर्न के लिए एक गोल दागा. गोमेज टूर्नामेंट में अब तक छह गोल मार चुके हैं. वियारियाल अब तक अपने सभी पांचों मैच हार चुका है.
जीत से उत्साहित बायर्न के कोच युप हाइन्केस कहते हैं, हमारा ग्रुप कठिन था "लेकिन हम आसानी से पार पाने में सफल हुए. यह सकारात्मक बात है कि हम ग्रुप में शीर्ष पर हैं और आगे हमें पहले ग्रुप की दूसरे स्थान की टीम से खेलना है, घर से दूर नॉक आउट स्टेज में."
बायर्न का सामना मैनचेस्टर सिटी को करना है. नैपोली के हाथों 2-1 से हारने के बाद मैनचेस्टर सिटी दूसरे स्थान पर पहुंचा है. मैनेचेस्टर यूनाइटेड के आठ अंक हैं जबकि बायर्न के 13 अंक हैं. फासला काफी बड़ा है.
ग्रुप डी में रियाल मैड्रिड और डिनामो जागरेब का मुकाबला एक तरफा रहा. रियाल ने जागरेब को 6-2 से पीटा. 15 अंकों के साथ ग्रुप डी में शीर्ष स्थान पर कायम रियाल ने अब तक सभी पांचों मैच जीते हैं.
रिपोर्ट: डीपीए,एएफपी/ओ सिंह
संपादन: महेश झा