मैर्केल ने की मोहम्मद के कार्टूनिस्ट की सराहना
९ सितम्बर २०१०जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने कहा कि जिस व्यक्ति को पुरस्कार दिया जा रहा है, उनका मामला प्रेस स्वतंत्रता का मामला है. वेस्टरगार्ड के मामले में सवाल यह था कि क्या पश्चिम के समाज में वह अपने मोहम्मद कार्टून छाप सकता है, हां या नहीं? फिर उन्होंने खुद ही जवाब दिया: हां, वह छाप सकता है.
जर्मन चांसलर ने कहा कि उनके सामने सवाल थे कि क्या जर्मन चांसलर को ऐसे एक आयोजन का मुख्य वक्ता होना चाहिए, जहां वेस्टरगार्ड जैसे एक कार्टूनिस्ट को पुरस्कार दिया जा रहा हो? क्या जर्मन चांसलर को दलाई लामा से मिलना चाहिए? क्या जर्मन चांसलर को प्रेस स्वतंत्रता पर रिपोर्टर विदाउट बॉर्डर्स की रिपोर्टों को गंभीरता से लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्होंने इन तीनों सवालों का जवाब हां में दिया.
साल 2005 से पोट्सडाम में यह पुरस्कार दिया जा रहा है. इस बार यूरोप में प्रेस स्वतंत्रता के लिए पुरस्कृत किया गया. इस अवसर पर यूरोप और अन्य महाद्वीपों के लगभग 100 मुख्य संपादकों व स्तंभकारों को आमंत्रित किया जाता है. जिन देशों में इन कार्टूनों पर गुस्सा देखने को मिला था, वहां के मेहमान इस बार इस आयोजन में नहीं दिखे. हां, जर्मनी में मान्यताप्राप्त विदेशी पत्रकार थे, लेकिन प्रेस स्वतंत्रता के इस आयोजन में उनके लिए बाहर एक हॉल में बैठने की व्यवस्था की गई थी, जहां वे वीडियो प्रसारण देखकर अपनी रिपोर्ट बना रहे थे.
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने कहा कि जिनके साथ उनके सिद्धांत जुड़ते हैं. जर्मनी देश के बाहर और अंदर भी उनका प्रतिनिधित्व करता रहेगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ए जमाल