युवराज की वापसी, पहले वनडे में जीत
२८ नवम्बर २०१०कोहरे के कारण जल्द घिरती शाम का अंदाजा लगाकर मैच सुबह 8.30 बजे ही शुरु कर दिया गया. कप्तान टेलर ने टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. भारत की युवा ब्रिगेड ने अच्छा खेल दिखाया और 49 ओवरों में 276 रन बनाकर पूरी टीम आउट हुई.
इसके बाद उतरी मेहमान टीम की बल्लेबाजी कभी भी लय में आती नहीं दिखी. केवल टेलर ही 66 रन बना सके. युवराज यहां बेहद कामयाब रहे और उन्होंने 3 खिलाड़ियों को आउट किया. हालांकि थम थम कर ही सही मेहमान टीम रन बनाने में कामयाब रही और गुप्तिल के 30, विलियम्सन के 25, मैक्कुलम के 35 और मिल्स के 32 रनों की बदौलत न्यूजीलैंड का स्कोर दो सौ के पार चला गया. मैच के आखिरी ओवरों में तो मैक्कुलम और मिल्स की जोड़ी ऐसी जमी की भारत की जीत खतरे में नजर आने लगी. लेकिन तभी श्रीसंत ने मैक्कुलम को गंभीर के हाथों कैच करवा दिया. श्रीसंत की अगली ही गेंद पर मिल्स भी साहा के हाथों में अपना कैच थमा बैठे और इस तरह से न्यूजीलैंड की पूरी टीम 236 रन बनाकर आउट हो गई. लक्ष्य अभी 40 रन दूर था.
भारत की तरफ से श्रीसंत, युवराज और आश्विन को 3-3 विकेट मिले एक खिलाड़ी को आशीष नेहरा ने आउट किया.
इससे पहले भारत की तरफ से शुरूआत मुरली विजय और गौतम गंभीर ने की. दोनों कोई खास बड़ा स्कोर तो नहीं बना सके लेकिन टीम को एक सधी शुरुआत जरूर दे दी. सातवें ओवर की पहली गेंद पर मुरली विजय टफी की गेंद पर हॉपकिंस को अपना कैच थमा बैठे तब सिर्फ 44 रन ही बने थे. इसके बाद आए विराट कोहली ने स्कोर को आगे बढ़ाया और शतक बनाने में भी कामयाब रहे. हालांकि इसी बीच गौतम गंभीर भी 38 रन बनाकर आउट हो गए. तब युवराज ने दूसरा छोर संभाला. युवराज ने विराट का अच्छा साथ निभाया और 42 रन बनाए. इसके बाद कोई और खिलाड़ी टिक नहीं सका लेकिन 49वें ओवर में श्रीसंत के आउट होने तक टीम का स्कोर 276 तक पहुंच चुका था.
न्यूजीलैंड की ओर से मैक्के सबसे सफल गेंदबाज रहे उन्होंने 62 रन देकर चार खिलाड़ियों को आउट किया. मिल्स ने 42 रन दिए और 3 खिलाड़ियों को आउट किया. मिल्स ने आखिरी ओवरों में 32 रन भी बनाए. टफी ने 56 रन दिए और दो खिलाड़ियों को आउट किया.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार