राष्ट्रपति के दबाव से हुआ विमान हादसा
१२ जनवरी २०११रिपोर्ट में कहा गया है कि पोलैंड के विमान में अनुभवहीन चालक दल था और वह राष्ट्रपति की मौजूदगी से दबाव में आ गया. रूस के विमानन अधिकारियों ने जांच की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि एक संदेश में चालक दल का सदस्य कह रहा है, "वह पागल हो जाएंगे." पिछले साल अप्रैल में रूस जाते हुए पोलैंड के राष्ट्रपति लेख काचिंस्की का विमान लैंडिंग की कोशिश करते हुए दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें राष्ट्रपति सहित लगभग 100 लोगों की जान चली गई.
समझा जाता है कि विमान को उतारने की जल्दबाजी में हादसा हुआ. ब्लैक बॉक्स में जो बातें रिकॉर्ड हैं, वे पोलिश भाषा में हैं और उनका रूसी अनुवादक की मदद से अनुवाद किया गया है.
रूसी जांच टीम की प्रमुख तातियाना आनोदिना ने बताया कि बेहद खराब मौसम में लैंडिंग का दबाव बना देने की वजह से ही हादसा हुआ और नातजुर्बेकार चालक दल स्थिति की गंभीरता को नहीं समझ पाया. इसमें राष्ट्रपति की पत्नी और कई राजनैतिक हस्तियों की मौत हो गई.
दुर्घटना की रिपोर्ट पेश करते हुए आनोदिना ने कहा, "एक तरफ पायलट को पता था कि ऐसी स्थितियों में विमान को लैंड नहीं करना चाहिए, दूसरी तरफ फ्लाइट के अंदर इस बात का जबरदस्त दबाव बन चुका था कि विमान को हर हाल में उतारना है." उन्होंने कहा कि प्लेन में काचिंस्की के अलावा वायु सेना प्रमुख विमान में थे और पायलट जानता था कि उसे वहां नहीं उतारना है और विमान को कहीं और ले जाना है लेकिन उसने दबाव में आकर ऐसा नहीं किया.
आनोदिना ने सीधे तौर पर काचिंस्की को जिम्मेदार बताते हुए कहा, "मुख्य पैसेंजर के होने से मानसिक दबाव की स्थिति बन गई और पायलट ने विमान उतारने की कोशिश की." 10 अप्रैल, 2010 को रूस के स्मोलेन्स्क हवाई अड्डे के पास पोलैंड का विमान हादसे का शिकार हो गया था.
उधर, लेख काचिंस्की के भाई और पोलैंड में विपक्ष के नेता यारोस्लाव काचिंस्की ने रूस की रिपोर्ट को भद्दा मजाक बताया है. उन्होंने कहा, "रिपोर्ट ने पूरी जिम्मेदारी पोलैंड के पायलटों और पोलैंड पर डाल दी है और उनके पास कोई सबूत नहीं है. यह रिपोर्ट पोलैंड के खिलाफ मजाक है."
उन्होंने कहा कि वह और उनकी पार्टी पोलैंड सरकार से अपील करेंगे कि वह इस रिपोर्ट को खारिज करे. काचिंस्की ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया कि उनके भाई ने पायलटों पर लैंडिंग का दबाव बनाया होगा. उन्होंने कहा, "मेरे भाई में आत्महत्या के लक्षण नहीं थे."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः आभा एम