रासायनिक हमले पर सीरिया को अमेरिका की चेतावनी
२७ जून २०१७व्हाइट हाउस ने कहा कि हमले की तैयारियां पिछले रासायनिक हमले की तरह हैं, जब अप्रैल में दक्षिणपंथी गुटों के कब्जे वाले शहरों और कस्बों में रासायनिक हमला किया था. इसके जवाब में छह अप्रैल को अमेरिकी प्रशासन ने सीरिया के एक एयरबेस पर 59 टॉमहॉक मिसाइलें दागी थीं.
सीरिया में चार अप्रैल को हुए रासायनिक हमले में 100 से ज्यादा लोग मारे गये थे. मरने वालों में ज्यादातर बच्चे थे. अमेरिका ने हमले के लिए बशर अल-असद सरकार को जिम्मेदार बताया था लेकिन बसर सरकार ने इससे इनकार किया.
सीरिया की बशर अल असद सरकार को रूस और ईरान जैसे देश समर्थन दे रहे हैं. रूस ने एक बयान में कहा था कि विद्रोहियों के हथियारों के जखीरे को निशाना बनाया गया तो जहरीला रसायन रिस गया. सीरिया ने बार-बार कहा है कि सेना ने 2013 में सभी रासायनिक हथियारों के भंडार को खत्म कर दिया है. लेकिन अमेरिकी रक्षा सचिव ने पहले भी चेतावनी दी थी कि इस बारे में कोई शक नहीं है कि सीरिया के पास अब भी रासायनिक हथियार हैं. इस्राएल की सेना को भी इस बात की जानकारी मिली थी कि सीरिया के पास अब भी कई टन रासायनिक हथियार हैं.
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने ट्वीट करके कहा, "सीरिया की जनता पर किये गये किसी भी अन्य हमले की जिम्मेदारी असद पर होगी, साथ ही इसके लिए अपनी ही जनता की हत्या में असद के मददगार रूस और ईरान भी इसके लिए जिम्मेदार होंगे.”
सीरियाई गृहयुद्ध 2011 में एक सरकार विरोधी आंदोलन से शुरू हुआ था. बाद में स्थिति गृहयुद्ध में बदल गयी जिसमें अब तक 320,000 लोग मारे जा चुके हैं. रूस असद सरकार की मदद कर रहा है जबकि अमेरिका का गठबंधन सीरिया में सिर्फ आईएस से लड़ने को लेकर है. इस मामले में अमेरिका या रूस अब तक कोई भी हल नहीं निकाल पाया है.
एसएस/एमजे (एएफपी)