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राहुल का रास्ता साफ किया मनमोहन ने

२५ मई २०१०

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस बात के साफ संकेत दे दिए हैं कि राहुल गांधी चाहें तो पीएम बन सकते हैं. मनमोहन ने कहा कि अगर पार्टी नेतृत्व कमान युवा नेता को सौंपना चाहता है तो वह इसके लिए बिलकुल तैयार हैं.

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चार साल में पहली प्रेस कांफ्रेंसतस्वीर: AP

राहुल गांधी अब कांग्रेस के पीएम इन वेटिंग हैं. सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी इसके साफ संकेत दिए. कई साल बाद उन्होंने पहली बार प्रेस कांफ्रेंस की और कहा, ''मैं कई बार सोचता हूं कि युवाओं को कुर्सी संभालनी चाहिए. जब कांग्रेस पार्टी यह फैसला करेगी तो मैं खुशी के साथ नए चेहरे के लिए जगह बनाऊंगा.'' जाहिर है प्रधानमंत्री ने खुल कर राहुल गांधी का नाम नहीं लिया.

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तस्वीर: AP

प्रधानमंत्री के बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है. मनमोहन की उम्र इस वक्त 77 साल है जबकि राहुल गांधी 39 साल के हैं. राहुल को प्रधानमंत्री बनाने के लिए कांग्रेस के कई छोटे बड़े नेता अरसे से बेताब रहे हैं. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पहले ही कह चुके हैं कि राहुल पूरी तरह मंत्री बनने योग्य हैं. लेकिन मंत्रिमंडल के विस्तार के समय राहुल गांधी ने खुद ही मंत्री पद ठुकरा दिया.

राहुल गांधी का कहना है कि वह पार्टी का आधार मजबूत करना चाहते हैं. पीएम भी मानते हैं कि पार्टी में जान फूंकने की राहुल की नई कोशिशें कामयाब हो रही हैं.

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उधर विपक्षी पार्टी बीजेपी ने प्रधानमंत्री की प्रेस कांफ्रेंस की आलोचना की है. लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा, ''प्रधानमंत्री ने कठिन या मुश्किल सवालों का जवाब नहीं दिया. महंगाई पर उन्होंने सिर्फ यही कहा कि साल भर के अंदर कम हो जाएगी. देश ऐसे सब्जबाग दिखाने पर नहीं चल सकता है.''

राज्य़सभा में विपक्ष के नेता बीजेपी के अरुण जेटली ने कहा, ''किसी भी सरकार का पहला साल उत्साह भरा होता है. लेकिन यूपीए-2 का पहला साल निराशाओं से भरा रहा.''

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: ए जमाल