रियाल मैड्रिड के सलाहकार बनेंगे जिदान
२२ नवम्बर २०१०फीफा विश्व कप में तीन बार खेल चुके जिदान अपनी नई भूमिका को लेकर काफी खुश हैं. रियाल के लिए वह 2001 से 2006 तक यानी पांच साल खेले है. वह टीम के प्रमुख फ्लोरेंतीनो पेरेज के साथ सोमवार को सलाहकार के रूप में टीम के साथ काम करेंगे.
जिदान ने रियाल मैड्रिड के साथ इंटरव्यू में कहा, "खुश हूं कि मैं क्लब के करीब हो सकूंगा और साथ ही टीम के भी करीब आ पाऊंगा. यह एक भूमिका है जो धीरे धीरे साफ होगी. यह कोई नया पद नहीं है लेकिन मेरे लिए तो ऐसा ही समझें. मैं टीम के साथ काम करने की और प्रमुख व खिलाड़ियों के बीच अपने लिए जगह बनाने की कोशिश करूंगा."
जिदान का मानना है कि इससे वह टीम को और अच्छे से जान पाएंगे. वह चैंपियंस लीग के मैचों में टीम के साथ सफर कर सकेंगे और अपने पसंदीदा खेल फुटबॉल के करीब रह सकेंगे. जिदान के नए पद से टीम के कोच जोसे मोरीन्यो भी काफी खुश हैं. उनका कहना है कि वह इस क्षण का इंतजार कर रहे थे और जिदान की उपस्थिति अपने आप में ही सकारात्मक साबित होगी.
रियाल में खिलाड़ी होने के साथ साथ जिदान ने टीम को 2001 में चैंपियंस लीग जिताई. 2002 में टीम ला लीगा जीती थी. फ्रांस की तरफ से खेल रहे जिदान की टीम 1998 में विश्व विजेता बनी और 2006 में इटली से हारकर दूसरे स्थान पर पहुंची. फाइनल मुकाबले में एक खिलाड़ी पर हमला करने की वजह से जिदान को रेड कार्ड दे दिया गया और फीफा के तीन मैचों से निलंबित कर दिया गया. लेकिन जिदान ने फुटबॉल से रिटायर होने का फैसला लिया और समाजसेवा में अपना वक्त बिताने लगे. जर्मनी के पूर्व खिलाड़ी फ्रांत्स बेकेनबाउअर, ब्राजील के पेले और इंग्लैंड के डेविड बैकहम उन लोगों में से हैं जो जिदान को फुटबॉल के सबसे महान खिलाड़ियों में मानते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः ए कुमार