रूस ने फिर दिखाई अपनी ताकत
रूस ने मॉस्को में विक्ट्री डे की परेड में फिर अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया. मॉस्को के रेड स्क्वायर पर मिसाइलों, टैकों और राइफलों के साथ रूस ने अपनी सैन्य ताकत को और बढ़ाने की बात कही है.
जीत का जश्न
दूसरे विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर जीत की 74वीं वर्षगांठ का जश्न रूस में इस बार भी जोर शोर से मनाया गया. इस दिन रूस में ना सिर्फ सरकारी छुट्टी होती है, बल्कि यह रूसी सरकार के लिए दुनिया को अपनी सैन्य ताकत और हथियारों को दिखाने का मौका भी होता है.
ताकतवर मिसाइल
रूसी राजधानी मॉस्को में होने वाली सालाना पारंपरिक सैन्य परेड में यार्स आरएस-24 इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइस सिस्टम को भी पेश किया गया. इस दौरान इस सिस्टम की लगभग 130 मिसाइलें दिखाई गईं.
बड़ी सेना
रूसी समाचार एजेंसी तास की रिपोर्ट के अनुसार मॉस्को के रेड स्क्वायर पर होने वाली परेड में इस साल लगभग एक लाख तीस हजार सैनिकों ने हिस्सा लिया. रूसी सेना की गिनती दुनिया की सबसे बड़ी और ताकतवर सेनाओं में होती है.
नई परंपरा
सोवियत संघ के विघटन के बाद ही मॉस्को में विक्ट्री डे परेड की परंपरा शुरू हुई. वैसे इस दिन रूस के अलग अलग शहरों और कस्बों में भी परेड होती है. इनमें यूरोप में स्थित रूस के कालिनिनग्राद से लेकर सुदूर पूर्व में जापान के पास स्थित साखालिन द्वीप तक के इलाके शामिल हैं.
परेड का मुआयना
मॉस्को में चार घंटे तक होने वाली यह परेड एक निश्चित रूट से गुजरती है. इस तस्वीर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अन्य रूसी अधिकारियों, पूर्व सैन्य जनरलों और गणमान्य मेहमानों के साथ इस परेड को देख रहे हैं.
पुतिन ने की तारीफ
पुतिन ने रेड स्क्वायर पर अपने संबोधन में रूसी सेना की ताकत को बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा, "अतीत के युद्धों के सबक फिर से प्रांसगिक हो गए हैं. हमने अपने सैन्य बलों की ताकत बढ़ाने की हमेशा पूरी कोशिश की है और आगे भी करते रहेंगे."
सैनिकों को सलाम
परेड में शामिल हजारों लोगों ने उन सैनिकों के फोटो और पोस्टर अपने हाथ में उठाए हुए थे जिन्होंने रूस की तरफ से दूसरे विश्व युद्ध में हिस्सा लिया. मॉस्को टाइम्स के मुताबिक "इम्मॉर्टल रेजिमेंट" के इस मार्च की शुरुआत सात साल पहले हुई. इस तरह के मार्च कई और शहरों में भी होते हैं.
टैंक और नई कलाशनिकोव राइफल
रूस इस परेड का इस्तेमाल अपने दर्जनों टैंकों, मिसाइल लॉन्चरों, सैन्य वाहनों और अन्य हथियारों के प्रदर्शन के लिए भी करता है. इस साल एक नई कलाशनिकोव राइफल एके-12 का प्रदर्शन भी किया गया.