क्रीमिया: रूस में विलय पर जनमत संग्रह
६ मार्च २०१४पहले जनमत संग्रह 30 मार्च को कराने की योजना थी. क्रीमिया की संसद में 100 सीटें हैं. प्रस्ताव के पक्ष में 78 सांसदों ने मतदान किया, जबकि आठ मतदान में नहीं आए. विरोध में कोई मत नहीं पड़ा. क्रीमिया की संसद द्वारा उठाए गए इस कदम को यूक्रेन की अंतरिम सरकार ने असंवैधानिक करार दिया है. यूक्रेन के प्रधानमंत्री आर्सेनी यात्सेन्युक ने कहा, "यह एक असंवैधानिक फैसला है. हम रूस सरकार से आग्रह करेंगे कि वह अलगाववाद की वकालत करने वालों का समर्थन नहीं करे." पिछले कुछ दिनों से क्रीमिया में रूसी सैनिक अपनी पकड़ बनाए हुए हैं. क्रीमिया काले सागर में एक छोटा सा पठारी इलाका है. यहां के ज्यादातर लोग रूसी भाषा बोलते हैं और वे रूस के समर्थक हैं. क्रीमिया के कई लोग इस स्वायत्त इलाके को यूक्रेन से बाहर करने की अपील कर रहे हैं
'यूक्रेन संकट से जुड़ी बातचीत लीक'
उधर एस्तोनिया के विदेश मंत्री और यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी के बीच हुई बातचीत लीक हुई. लीक ऑडियो के मुताबिक एस्तोनिया अधिकारी ने कैथरीन ऐश्टन से कहा कि यूक्रेन की खूनी हिंसा में पश्चिम समर्थकों का हाथ हो सकता है.
एस्तोनिया के विदेश मंत्री उरमास पाएट और यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी कैथरीन ऐश्टन के बीच हुई यह बातचीत इंटरनेट पर लीक हो गई है. लीक ऑडियो में साफ सुनाई पड़ रहा है कि पाएट यूक्रेन की राजधानी में 20-21 फरवरी को हुई हिंसा के लिए पश्चिम समर्थकों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. पाएट ने एश्टन से कहा, "बहुत ही मजबूती से यह बात साफ हो रही है कि उन शूटरों के पीछे यानुकोविच (अपदस्थ राष्ट्रपति विक्टर) नहीं बल्कि नई गठबंधन सरकार का कोई चेहरा है."
बातचीत का ऑडियो इंटरनेट वेबसाइट यूट्यूब पर डाला गया है. 20-21 फरवरी को यूक्रेन की राजधानी कीव में हुई हिंसा में 15 पुलिसकर्मियों समेत दर्जनों लोग मारे गए. हिंसा के अगले ही दिन यूक्रेन की संसद ने तत्कालीन राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को बर्खास्त कर दिया.
हिंसा के कुछ दिन बाद 25 फरवरी को पाएट ने यूक्रेन की नई गठबंधन सरकार के अधिकारियों से बातचीत की. फिर अगले दिन उन्होंने ऐश्टन से बात की. यूरोपीय संघ की शीर्ष अधिकारी से बातचीत में एस्तोनियाई विदेश मंत्री ने कहा, "वहां शूटर दोनों तरफ के लोगों को मार रहे थे. यह बहुत ही विचलित करने वाला है कि अब नया गठबंधन इस बात की जांच ही नहीं करना चाहता है कि वहां वाकई में क्या हुआ."
जवाब में यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी ने कहा, "मुझे लगता है कि हम इसकी जांच चाहते हैं. मतलब कि मैं यह नहीं जानती थी, मुझे ऐसा लगा ही नहीं."
पाएट की प्रवक्ता मिन्ना-लिना लिंड ने लीक हुए ऑडियो के सही होने की पुष्टि की है. प्रवक्ता के मुताबिक ऑडियो लीक होने से पाएट खासे दुखी हैं, "हम इस दावे को खारिज करते हैं कि पाएट हिंसा में विपक्ष के शामिल होने का मूल्यांकन कर रहे थे."
यूक्रेन संकट पर हो रही तमाम बड़ी बैठकों के बीच इस ऑडियो से कूटनीति में हड़कंप मचना लाजिमी है. अब तक रूस बैकफुट पर नजर आ रहा था, हो सकता है कि अब यूक्रेन के नए नेताओं को आंखें चुरानी पड़े.
ओएसजे/एमजे (एएफपी)