रूस में हिममानव पर पढ़ाई
२४ मार्च २०११साइबेरिया के पश्चिमी क्षेत्र केमेरोवो में अधिकारियों ने कहा, "येति के बारे में शोध करने के लिए एक शोध संस्थान की स्थापना करना तार्किक योगदान होगा." इस बारे में अंतिम फैसला इस साल होने वाले येति सम्मेलन के बाद किया जाएगा. ताश्तागोल शहर में अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित की जा रही है, "इसमें विशाल वानरों के जानकार हिस्सा लेंगे. इसके नतीजों के आधार पर हम येति शोध संस्थान खोलने के बारे में फैसला करेंगे."
येति या हिममानव बहुत बालों वाले वानर के जैसे जानवर हैं जो कि पौराणिक कहानियों में भी मिलते हैं. कहा जाता है कि येति अब भी हिमालयी इलाकों में पाए जाते हैं. कुछ लोगों का मानना है कि येति रूस में भी हैं. यहां इसे स्नोमैन कहा जाता है.
केमेरोवो के अधिकारियों ने येति पर शोध करने वाले इगोर बुर्त्सेव के हवाले से कहा है कि करीब 30 रूसी शोधकर्ता येति पर काम कर रहे हैं और एक संस्थान के बन जाने पर वह साथ मिल कर काम कर सकेंगे. "हमें लगता है कि मानव विकास के इतिहास में येति एक अलग शाखा है. वह प्रकृति के साथ रहती है." बुर्त्सेव ने ने इतर तास समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि यह संस्थान क्षेत्रीय यूनिवर्सिटी खोलेगी. लेकिन यूनिवर्सिटी ने इससे साफ इनकार किया है. विश्वविद्यालय के मुताबिक केमेरोवो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की टीमों को येति पर शोध करने में कोई रुचि नहीं है.
केमेरोवो ने येति का नाम का पर्यटन बढ़ाने के लिए उपयोग किया है. यहां वार्षिक येति दिवस मनाया जाता है. 2011 में बर्फ की मूर्तियों की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी. इसका नाम इन द वर्ल्ड ऑफ येति यानी येति की दुनिया में रखा गया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ओ सिंह