लंदन ओलंपिक के लिए आर्सेलर मित्तल का तोहफ़ा
१ अप्रैल २०१०सिटी हॉल में इस टॉवर के डिज़ाइन का उद्घाटन करते हुए लंदन के मेयर बोरिस जॉनसन ने बताया कि यह ख़ास टॉवर न्यू यॉर्क के स्टेच्यू ऑफ़ लिबर्टी से भी बड़ा होगा और अगले साल के आख़िर तक बन कर तैयार हो जाएगा. इस टॉवर को आर्सेलर मित्तल ऑर्बिट नाम दिया गया है और इसकी क़ीमत 190 लाख पाउंड बताई जा रही है जिसमें से 160 लाख पाउंड की मदद लक्ष्मी निवास मित्तल देंगे. बाक़ी धन की व्यवस्था लंदन डेवलेपमेंट एजेंसी करेगी.आर्सेलर मित्तल ऑर्बिट का डिज़ाइन मशहूर भारतीय डिज़ाइनर अनीश कपूर ने तैयार किया है और माना जा रहा है कि यह लंदन की पहचान में शामिल हो जाएगा.
आर्सेलर मित्तल के सीईओ एलएन मित्तल ने बताया कि ओलंपिक खेलों की दुनिया में अपनी पहचान है और ऐसे आयोजन बेहद कम होते हैं. वह कहते हैं, "आर्सेलर मित्तल के ऐसे किसी प्रोजेक्ट में शामिल होने के विचार में मैंने तुरंत दिलचस्पी दिखाई क्योंकि हमारा व्यापार 60 से ज़्यादा देशों में फैला है. ओलंपिक खेल वैश्विक स्तर पर होते हैं और हमारी कंपनी का ऑपरेशन भी विश्व स्तर पर है."
मित्तल ने मीडिया को बताया कि लंदन के मेयर बोरिस जॉनसन से एक मुलाक़ात के बाद आर्सेलर मित्तल ऑर्बिट से जुड़ने के लिए वह तैयार हो गए थे.
इस टॉवर के निर्माण में क़रीब डेढ़ हज़ार टन स्टील का इस्तेमाल होने का अनुमान है और यह लाल रंग का होगा. इसे घुमावदार रूप दिया गया है और ऊपर एक प्लेटफ़ॉर्म होगा जहां रेस्टॉरेंट की सुविधा होगी. 115 मीटर की ऊंचाई वाला यह टॉवर न्यू यॉर्क के स्टेच्यू ऑफ़ लिबर्टी से 22 मीटर ऊंचा होगा और इससे ओलंपिक पार्क और लंदन की ऊंची इमारतों का विहंगम नज़ारा दिखाई देगा. इस टॉवर को देखने आने वाले पर्यटक लिफ़्ट के ज़रिए ऊपर जा सकेंगे और घुमावदार सीढ़ियों पर चलते हुए नीचे आने की सुविधा भी इसमें दी जाएगी.
एलएन मित्तल का कहना है कि भारतीय डिज़ाइनर अनीश कपूर की टीम ने बेहतरीन मॉडल तैयार किया है और 2012 ओलंपिक खेलों की विरासत के रूप में इसे याद किया जाएगा. उनके मुताबिक, "मैं इस महान शहर में रहता हूं और ओलंपिक खेलों की मेज़बानी जब लंदन को मिली थी तो मुझे बेहद ख़ुशी हुई थी. हम इस टॉवर को लंदन की पहचान बनाना चाहते हैं. एक ऐसा ऐतिहासिक स्थल जिसे ओलंपिक खेलों के बाद भी याद रखा जाए."
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार