लड़कियां घटीं, साक्षर बढ़े, बढ़ना हुआ कम
३१ मार्च २०११गुरुवार को जारी जनगणना सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक भारत की जनसंख्या अब दुनिया की कुल जनसंख्या का 17.5 फीसदी हो गई है. चीन दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है. वहां दुनिया के 19.4 फीसदी लोग रहते हैं.
2011 की जनगणना के मुताबिक 62 करोड़ 37 लाख पुरुष हैं जबकि 58.65 करोड़ महिलाएं हैं. भारत की जनसंख्या अमेरिका, इंडोनेशिया, ब्राजील, पाकिस्तान, बांग्लादेश और जापान की कुल जनसंख्या के बराबर है. 2001-11 के दशक में इसमें 18.1 करोड़ लोग जुड़े हैं. 2011 में वृद्धि दर 17.64 फीसदी रही है जो 2001 में 21.5 फीसदी थी.
घटी बढ़ोतरी
भारत के जनगणना आयुक्त सी चंद्रमौली ने बताया कि 1911-21 के बाद 2001-11 पहला ऐसा दशक है जब वृद्धि दर पिछले दशक के मुकाबले कम रही है.
राज्य की जनसंख्या की बात करें तो उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है. अगर महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की जनसंख्या को जोड़ दें तो कुल आबादी पूरे अमेरिका से ज्यादा बैठती है. वहां 19.9 करोड़ लोग रहते हैं. दक्षिण पश्चिम में लक्षद्वीप की आबादी सबसे कम है जहां सिर्फ 64,429 लोग रहते हैं.
भारत में सबसे ज्यादा आबादी घनत्व वाला जिला दिल्ली का उत्तर पूर्वी जिला है जहां प्रति वर्ग किलोमीटर 37,346 लोग रहते हैं. सबसे कम घनत्व अरुणाचल की दिबांग वैली में है जहां प्रति वर्ग किलोमीटर सिर्फ एक इंसान रहता है.
लड़कियां फिर घटीं
जनगणना से पता चलता है कि अब भी भारत में महिलाओं पर पुरुषों की तादाद हावी पड़ रही है. लैंगिक अनुपात अब 1000 पुरुषों के मुकाबले 914 पहुंच गया है जो कि आजादी के बाद से सबसे कम है. चंद्रमौली ने कहा, "यह बहुत चिंता की बात है."
भारत के लिए एक अच्छी खबर पढ़ाई के मामले में मिली है. देश में अब 74 फीसदी लोग साक्षर हैं. 2001 में इनकी तादाद करीब 64 फीसदी थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः आभा एम