लाइव शो में दुर्घटना के बाद जोखिम पर बहस
६ दिसम्बर २०१०दुर्घटना के दो दिन बाद पब्लिक ब्रॉडकास्टर जेडडीएफ ने कहा है कि कल्ट शो भविष्य में भी जारी रहेगा लेकिन साथ ही उसने सुरक्षा मानकों को सुधारने का आश्वासन दिया है. जर्मन टेलिविजन चैनल के प्रोग्राम डाइरेक्टर थोमास बेलूत ने कहा, " साफ है कि हम सामान्य रोजमर्रे पर वापस नहीं हो सकते."
चैनल ने दुर्घटना की जांच शुरू की है जिसमें 23 वर्षीय छात्र और स्टंट प्रतिस्पर्धी जामुएल कॉख को चलती कार के ऊपर से कूदने के दौरान रीढ़ की हड्डियों में गंभीर रूप से चोट लगी थी. शो के 29 साल के इतिहास में यह सबसे बड़ी दुर्घटना है.
वेटेन डस? यूरोप का सबसे लोकप्रिय शो है जो तीन देशों में दिखाया जाता है और शनिवार को होने वाले इस शो में विश्व के प्रमुख स्टार भाग लेते हैं और औसत 1 करोड़ लोग देखते हैं. इस शो में भी रॉबी विलियम्स, टेक दैट, फिल कॉलिन्स. चेर, कैमरन डियाज और जस्टिन बीबर प्रदर्शन करने वाले थे लेकिन दुर्घटना के बाद दो घंटे के शो को रद्द कर दिया गया.
जामुएल कॉख ने शर्त लगाई थी कि वह अपने स्प्रिंग लगे लट्ठे की मदद से चलती गाड़ी के ऊपर से कूद जाएगा. वह दो कारों के ऊपर से कूदने में सफल रहा, तीसरे के ऊपर से कूदने से पहले रुक गया लेकिन चौथी कार कूदने के बाद वह स्टूडियो के फ्लोर पर वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया. स्डूडियो में उपस्थित दर्शक सन्न रह गए. बाहर अपने घरों में लगभग 8 लाख दर्शक शो देख रहे थे, चौथी कार स्टंटमैन कॉख के पिता चला रहे थे.
कॉख को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसका ऑपरेशन किया गया. इस समय उसे कृत्रिम कॉमा में रखा जा रहा है, लेकिन वह खतरे से बाहर है.
इस बीच टेलिविजन आलोचकों के बीच इस बात पर बहस छिड़ गई है कि क्या टीआरपी पाने के लिए सार्वजनिक टेलिविजन भी खतरनाक शर्तों को शामिल करने का दबाव बढ़ रहा है. 1981 में शो की शुरुआत के बाद 192 में से 144 शो को एंकर करने वाले थॉमस गौटशाल्क ने कहा है कि दुर्घटना के लिए रेटिंग का दबाव जिम्मेदार नहीं है. उन्होंने कहा कि शो में हमेशा जोखिमभरे स्टंट होते रहे हैं, वे शो का हिस्सा हैं.
शो में सामान्य प्रतिस्पर्धी कुछ अनूठा करने का दावा करते हैं और सेलेब्रेटी भागीदार शर्त लगाते हैं कि प्रतिस्पर्धी अपना दावा पूरा कर पाएंगे या नहीं. कॉख ने दावा किया था कि वह चार मिनट में पांच चलती कारों के ऊपर से कलाबाजी करता हुआ कूदेगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एस गौड़