लादेन के बावर्ची को 14 साल की कैद
१२ अगस्त २०१०सूडान में जन्मे इब्राहिम अल कोसी इस वक्त ग्वांतानामो बे की अमेरिकी जेल में बंद है. वहीं सैन्य अदालत ने उसे यह सजा सुनाई है. कोसी ने माना कि उसने आतंकवाद का समर्थन किया. हो सकता है कि उसकी सजा काफी कम हो जाए क्योंकि उसने एक समझौते के तहत अपराध कबूला है. कोसी का कहना है कि उसने ओसामा बिन लादेन के सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम किया और उसे अमेरिकी सेनाओं से बचाया. अब अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन उसकी सजा की समीक्षा करेगा. 50 वर्षीय अल कोसी को 2001 में पकड़ा गया था.
10 सदस्यों वाली ज्यूरी ने फैसला देने से पहले एक घंटे तक मामले पर विचार किया. ज्यूरी के सदस्यों को निर्देश था कि वे सजा को 12 से 15 साल के बीच में ही रखें. कोसी की तरफ से पैरवी कर रहे पॉल रीशलर ने ज्यूरी से आग्रह किया कि ग्वांतानामो की हालत को देखते हुए कुछ नरमी बरती जाए. उन्होंने कहा, "हम यह नहीं कह रहे हैं कि आप उसे घर भेज दें या फिर निर्दोष करार दें. उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है." उन्होंने कहा कि ग्वांतानामो अमेरिका की किसी अन्य जेल जैसी नहीं है. इस जेल में वह पिछले साढ़े आठ साल से कैद है. वह न अपनी बीवी बच्चों से मिला है और न ही माता पिता से.
वैसे कोसी के वकील और सरकारी वकीलों के बीच हुए समझौते के बावजूद उसे सजा दी गई है. इस समझौते में मूल रूप से कितने समय की सजा पर सहमति हुई थी, यह बात अब भी गोपनीय ही है. वैसे मंगलवार को इस समझौते की कुछ बातें उभर सामने आईं, खास कर तब, जब इस सवाल पर सुनवाई रोक दी गई कि कोसी से जो वादे किए गए थे, क्या वे पूरे किए गए हैं.
सैन्य जज नैंसी पॉल ने कहा कि मामले की विसंगतियां दुखदायी हैं. वैसे इस तरह के मुकदमों की निगरानी कर रहे पेंटागन अधिकारी जेल अधिकारियों के साथ मिलकर कबूलनामे के समझौते पर तालमेल कायम करेंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः वी कुमार