वर्ल्ड कप के लिए तैयार तेंदुलकर और धोनी
३ अगस्त २०१०शतकों के शिखर, रनों के पहाड़ और रिकॉर्ड बुक के हर दूसरे पन्ने पर विराजमान सचिन का कहना है कि क्रिकेट की दुनिया में वर्ल्ड कप से बड़ा कोई मुकाबला नहीं है. कोलंबो में मास्टर ब्लास्टर ने कहा, ''वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा होना, एक सबसे अलग अनुभव है. पूरा माहौल अगल होता है. 15 साल बाद वर्ल्ड कप भारतीय उपमहाद्वीप में होगा, यह एक बेहद अलग एहसास देता है.''
सचिन को अब भी इस बात का मलाल है कि वह कभी वर्ल्ड कप नहीं जीत पाए. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 94 शतक जमाने वाले मास्टर का कहना है कि चार बाद एक मौका आता है. जरूरत उस मौके पर शानदार खेल दिखाने की है.
तेंदुलकर जैसी ही ख्वाहिश टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी जताई है. धोनी ने कहा, ''वर्ल्ड कप की ट्रॉफी हाथ में उठाना सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि पूरी टीम का सपना है. हम अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए पूरी मेहनत करेंगे. वर्ल्ड कप की ट्रॉफी 27 साल हमसे दूर रही है. ऐसे में अपने घर में वर्ल्ड कप का सूखा खत्म करने का यह बेहतरीन मौका है.''
वर्ल्ड कप जीतने के ख्वाबों का इजहार श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा और सीनियर बल्लेबाज महेला जयवर्धने ने भी किया है. बड़े खिलाड़ियों के वर्ल्ड कप प्रेम से आईसीसी भी खासी उत्साहित है. कार्यकारी अधिकारी हारून लोगार्ट कहते हैं, ''सचिन, धोनी, संगकारा और महेला जयवर्धने जैसे खिलाड़ियों का वर्ल्ड कप के प्रति जोश हमारा उत्साह बढ़ा रहा है.''
वर्ल्ड कप की उल्टी गिनती अब शुरू हो चुकी है. अब बस इंतजार है तो 19 फरवरी 2011 का, जब टीम इंडिया ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ मैच खेलकर अपना वर्ल्ड कप मिशन शुरू करेगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ ओ सिंह
संपादन: आभा एम