विकास नीति के साथ मैर्कोलांद
१६ मई २०१२यूरोपीय कर्ज संकट पर कंजरवेटिव चांसलर अंगेला मैर्केल और सोशलिस्ट राष्ट्रपति ओलांद की राय एकदम अलग है. अंगेला मैर्केल ने फ्रांस के कंजरवेटिव राष्ट्रपति निकोला सारकोजी के साथ मिलकर कर्ज संकट से निबटने का जो कड़े बचत का रास्ता निकाला है, ओलांद उसका विरोध करते हैं. राष्ट्रपति चुनावों में भी मैर्केल ने कंजरवेटिव उम्मीदवार सारकोजी का समर्थन किया था.
ओलांद और मैर्केल की पहली मुलाकात में निकट सहयोग पर भले ही जोर दिया गया हो, आपसी मतभेद भी उभर कर सामने आए. चांसलर मैर्केल ने मतभेदों की चर्चा की लेकिन साथ ही कहा कि वे सहयोग को प्रभावित नहीं करेंगे. चांसलर ने कहा, "हम जर्मनी और फ्रांस के रूप में यूरोप के अच्छे विकास के लिए अपनी जिम्मेदारी समझते हैं." उन्होंने घोषणा की कि जून के अंत में होने वाले यूरोपीय शिखर सम्मेलन तक दोनों देश विकास नीति पर साझा प्रस्ताव तैयार करेंगे.
चांसलर अंगेला मैर्केल यूरोप के कर्ज संकट से निबटने के लिए बजट घाटे में कमी के लिए कड़ाई से बचत का समर्थन करती हैं, जबकि फ्रांस के राष्ट्रपति आर्थिक विकास के जरिए बजट घाटे पर नियंत्रण चाहते हैं. ओलांद बजट संधि पर फिर से बातचीत चाहते हैं और उन्होंने बजट संधि में आर्थिक विकास के कदमों को शामिल न किए जाने पर उसका अनुमोदन रोकने की भी धमकी दी है. बातचीत के बाद चांसलर ने कहा, "यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि जर्मनी और फ्रांस मिलजुलकर अपने विचार पेश करेंगे."
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने चांसलर मैर्केल के साथ निकट सहयोग की तैयारी व्यक्त की और कहा कि वे इसीलिए अपने कार्यकाल के पहले ही दिन बर्लिन पहुंचे हैं. जर्मनी और फ्रांस के संबंधों में अक्सर ऐसा हुआ है कि चांसलर और राष्ट्रपति एक ही पार्टी परिवार के नहीं रहे हैं लेकिन फिर भी उनकी दोस्ती और उनका सहयोग यूरोप के लिए अहम रहा है. कंजरवेटिव जिस्कार दे स्तां और सोशल डेमोक्रैट हेल्मुट श्मिट, सोशलिस्ट फ्रांसोआ मितरां और कंजरवेटिव हेल्मुट कोल तथा कंजरवेटिव जाक शिराक और सोशल डेमोक्रैटिक गेरहार्ड श्रोएडर इसके उदाहरण हैं.
फ्रांसोआ ओलांद ने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि वे यूरोपीय संघ की बजट संधि का अनुमोदन करेंगे या नहीं. फ्रांस में जून में संसदीय चुनाव होने वाले हैं, और इसकी संभावना कम ही दिखती है कि उससे पहले कोई फैसला होगा. यह पूछे जाने पर कि बजट संधि में संशोधन होना चाहिए या उसका विस्तार होना चाहिए ओलांद ने कहा कि पहले यूरोप में विकास के सारे प्रस्तावों को मेज पर रखा जाना चाहिए और उसके कानूनी अमल की जांच की जानी चाहिए. "इस काम के अंत में इस सवाल का जवाब दे पाऊंगा." बर्लिन में समझा जा रहा है कि ओलांद संसदीय चुनावों की वजह से फैसला टाल रहे हैं.
आर्थिक विकास की रणनीति के तहत ओलांद ने एक बार फिर यूरोपीय बॉन्ड लाने की मांग की है, जिसे जर्मनी पहले ही ठुकरा चुका है. ओलांद ने चांसलर मैर्केल से पहली मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच संतुलित आपसी आदर वाले संबंध की बात की तो मैर्केल ने कहा कि वे खुशी और रोमांच के साथ ओलांद के साथ सहयोग का इंतजार कर रही हैं.
एमजे/एएम (रॉयटर्स)