विपक्ष ने अभिसीत का प्रस्ताव माना
४ मई २०१०थाइलैंड में सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे रेडशर्ट आंदोलनकारियों ने प्रधानमंत्री अभिसीत वेज्जाजीवा का नवम्बर में चुनाव कराने का प्रस्ताव मान लिया है. इसके बदले विरोध प्रदर्शन रोकने की मांग उन्होंने अभी नहीं मानी है. वे सरकार से और भी रियायतें चाहते हैं. भूतपूर्व प्रधानमंत्री थकसिन शिनावात्रा के समर्थकों के हिंसक आंदोलन ने दो महीने से थाइलैंड की राजधानी में जीवन को अस्तव्यस्त कर रखा है.
दोपहर तक यह साफ नहीं था कि पूर्व प्रधानमंत्री थकसिन शिनावत्रा के लाल कमीज़धारी समर्थक तुरंत चुनाव कराने की अपनी मांग छोड़ेंगे या नहीं. आंदोलनकारियों के दबाव का सामना कर रहे प्रधानमंत्री ने सोमवार देर शाम यह प्रस्ताव दिया था.
थाइलैंड के शेयर बाज़ार पर प्रधानमंत्री के प्रस्ताव की तुरंत प्रतिक्रिया हुई है. दक्षिणपूर्व एशिया के इस प्रमुख उभरते बाज़ार में इस विवाद ने सामाजिक विभाजन का ख़तरा पैदा कर दिया है. विवाद के समाधान की संभावना ने निवेशकों में जोश भर दिया है और शेयर बाज़ार सूचकांक में 4.5 फ़ीसदी का उछाल आया है.
विपक्षी सहमति से पहले फ़िनांसिया सायरस सिक्योरिटिज़ के शोध प्रमुख वारूत सिवासरियानोन ने कहा, "यह राजनीतिक गतिरोध की समाप्ति की शुरुआत है या विवाद की समाप्ति है, यह सचमुच आंदोलनकारियों के जवाब पर निर्भर करेगा." थाई बहात में चौथाई सेंट की मजबूती आई है और विवाद की समाप्ति की उम्मीदों के चलते संकट के समय सुरक्षित समझे जाने वाले सरकारी बांड की कीमत गिरी है.
रेड शर्ट आंदोलनकारियों द्वारा अभिसीत का प्रस्ताव स्वीकार किए जाने के बाद केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दर बढ़ाने की संभावना बढ़ गई है. देश के वित्त मंत्री ने चेतावनी दी है कि यदि विवाद जारी रहता है तो विकास दर दो फ़ीसदी गिर सकती है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: राम यादव