विपक्ष ने महंगाई पर सरकार को फिर घेरा
२८ जुलाई २०१०विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने यह कहते हुए सरकार को निशाना बनाया कि जिस आम आदमी का नाम लेकर यूपीए सरकार सत्ता में आई, वह उसी का शोषण कर रही है. उन्होंने स्पीकर से विपक्षी पार्टियों की तरफ से सौंपे गए स्थगन प्रस्ताव को मंजूर करने की अपील भी की.
स्वराज ने कहा कि विपक्ष विभिन्न नियमों के तहत चर्चा की मांग कर सकता है लेकिन वह स्थगन प्रस्ताव चाहता है. इसके अंतर्गत प्रस्ताव पारित होने की सूरत में सरकार को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उन्होंने कहा कि यूपीए में शामिल कई पार्टियां भी इस प्रस्ताव के हक में हैं और इसके पक्ष में मतदान करेंगी. स्वराज के मुताबिक, "हम आम आदमी की खातिर सरकार पर दोष लगा रहे हैं जिसे इस सरकार ने बहुत दुख दिए हैं."
इससे पहले जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, तो स्वराज समेत कई विपक्षी नेता यह जानना चाहते थे कि स्पीकर मीरा कुमार स्थगन प्रस्ताव पर ध्यान क्यों नहीं दे रही हैं. जब मीरा कुमार ने पूछा कि क्या प्रश्नकाल से पहले स्थगन प्रस्ताव को लिया जाए तो विपक्षी पार्टियों ने इससे इनकार किया.
संसदीय कार्यमंत्री पवन कुमार बंसल ने हस्तेक्षप करते हुए कहा कि सरकार ने स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है. इसके बाद विपक्षी पार्टियों और यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन दे रही समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल ने भी स्पीकर से प्रस्ताव पर चर्चा का आग्रह किया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः आभा एम