विराट की फॉर्म टीम की ताकत है: धोनी
२३ जनवरी २०११विराट कोहली ने शुक्रवार को पोर्ट एलिजाबेथ में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे वनडे में 87 रन बनाए. हालांकि भारत की उस मैच में डकवर्थ लुइस नियम के चलते 48 रन से हार हुई. लेकिन विराट की संघर्षपूर्ण पारी ने प्रशंसकों समेत कप्तान धोनी का दिल भी खुश कर दिया. धोनी ने कहा, "विराट की फॉर्म हमारी टीम का सकारात्मक पक्ष है और मैं उम्मीद करता हूं कि वह आने वाले मैचों में भी ऐसा ही प्रदर्शन करते रहेंगे."
धोनी भले ही बल्लेबाजों की फॉर्म को टीम के लिए काफी अहम बता रहे हों लेकिन पिछले कुछ मैचों में धोनी खुद अपनी फॉर्म से जूझ रहे हैं. पोर्ट एलिजाबेथ में भी वह 2 रन पर ही आउट हो गए.
बल्लेबाजों के नहीं चल पाने का धोनी ने यह कह कर बचाव किया है कि कुछ खिलाड़ी कभी कभी अपने रंग में नहीं होते. "खिलाड़ी हमेशा बढ़िया पारी नहीं खेल सकते. स्थायी प्रदर्शन के बीच एक दो बार ऐसा हो सकता है कि वह अच्छा न खेल पाएं. टीम में एक दो खिलाड़ियों का चल जाना ही मैच की रंगत बदल देता है. ऐसा तो क्रिकेट में होता ही रहता है."
साझेदारी महंगी पड़ी
धोनी ने माना कि पोर्ट एलिजाबेथ वनडे में छठे विकेट के लिए साझेदारी को भारत नहीं तोड़ पाया जिसके चलते दक्षिण अफ्रीका बड़ा स्कोर खड़ा करने में कामयाब रहा. "पांच विकेट मिलने के बाद हमें एक और विकेट की जरूरत थी लेकिन वह हमें नहीं मिल पाया. मैंने आठ गेंदबाजों का इस्तेमाल किया. उनके बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी की, अच्छी गेंदों को संभल कर खेला और रन बनाने की गति तेज रखी."
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज 2-2 से बराबर हो गई है और ऐसे में निगाहें अब रविवार को होने वाले पांचवे और आखिरी मैच में टिकी हैं. धोनी का कहना है कि आखिरी मैच दोनों टीमों के लिए मायने रखता है."मुझे नहीं लगता कि फिलहाल इससे बड़ा कोई और मैच हो सकता है. दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेल रही हैं. अगर आप टेस्ट सीरीज को देखें तो वह भी आखिरी मैच तक खिंची और ऐसा ही वनडे के साथ हो रहा है."
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार