विवेक भी हो गए मूंछ वाले
२३ अगस्त २०१०विवेक जल्द ही राम गोपाल वर्मा की फिल्म रक्त चरित्र में मूछों के साथ नए लुक में दिखाई देंगे. ऐसा नहीं है कि फिल्मी रोल की खातिर मूंछ रखने वाले वह पहले कलाकार हों. निजी जिंदगी में कभी विवेक के प्रतिद्वंद्वी रहे सलमान भी जल्द ही मूंछों के साथ दबंग फिल्म में दिखाई देंगे. इसके अलावा मंगल पांडे में आमिर खान, पहेली में शाहरुख और लीजेंड ऑफ भगत सिंह में अजय देवगन भी मांग आपूर्ति के इस दौर से गुजर चुके हैं.
दिलचस्प बात यह है कि सलमान और विवेक, दोनों अगले महीने एक दूसरे को चुनौती देंगे. अभिनव कश्यप के निर्देशन में बनने वाली दबंग 10 सितंबर को और रक्त चरित्र 17 सितंबर को रिलीज होगी. दोनों को नए लुक में प्रशंसकों के रिस्पॉन्स का बेसब्री से इंतजार है.
हालांकि विवेक के लिए फिल्म की कहानी के मुताबिक भरीपूरी मूंछ रखना काफी मशक्कतभरा रहा. बकौल विवेक न सिर्फ इस कवायद में उन्हें पूरा एक साल लगा बल्कि उनको यह सब मां की मर्जी़ के खिलाफ जाकर करना पडा़. वह बताते हैं कि मां को उनके मासूम चेहरे पर मूंछ कतई रास नहीं आ रही हैं और वह उस दिन का इंतजार कर रही हैं जब बेटे के चेहरे को घनी मूंछों से निजात मिलेगी.
विवेक को इस बदलाव का अच्छा रिस्पॉन्स मिलने की पूरी उम्मीद है. वह कहते हैं कि हाल ही में एक फैशन शो में इन्हीं मूछों के साथ रेंप पर उतरने पर उन्होंने दर्शकों की भरपूर तालियां बटोरी थीं. उन्होंने बताया कि "सिगरेम्स ब्लेंडर्स प्राईड फैशन शो" में डिजायनर शांतनु और निखिल की ड्रेस को पेश करते समय उनके नए लुक को खूब सराहा गया. बॉक्स ऑफिस पर भी विवेक को एसा ही रिस्पॉन्स मिलने का भरोसा है.
इसके अलावा आठ साल बाद इस फिल्म के साथ रामू कैंप में वापसी को लेकर भी विवेक खासे उत्साहित हैं. विवेक के मुताबिक इससे पहले रामू की फिल्म कंपनी में उन्होंने काम किया था और बीते सालों में काफी बदलाव आया है. उनका कहना है कि दक्षिण भारतीय पृष्ठभूमि वाली इस फिल्म में उन्होंने अपराधी से नेता बने पिरताला रवि का किरदार निभाया है. उनका दावा है कि रक्त चरित्र अब तक की सबसे ज्यादा मारधाड़ वाली बॉलीवुड फिल्म है.
तीन भाषाओं हिंदी, तमिल और तेलगू में बनी इस फिल्म से विवेक को अपने प्रशंसकों की संख्या में भी इजाफा होने की पूरी उम्मीद है क्योकि इस फिल्म के जरिए उनकी दक्षिण भारत में भी एंट्री होने जा रही है. विवेक का कहना है कि बेहद गरीब परिवार से आंध्र प्रदेश का सबसे चहेता राजनीतिज्ञ बनने वाले रवि का किरदार उन्हें काफी चुनौती भरी लगी. उन्होंने कहा "अपने उसूलों के लिए हर मोर्चे पर लड़ने वाले एक आम आदमी से लेकर गरीबों का मसीहा बनने तक की इस कहानी के मुख्य पात्र का किरदार निभाने में मुझे बहुत मजा आया और दर्शकों को भी निश्चित तौर पर फिल्म पसंद आएगी."
रिपोर्टः पीटीआई/निर्मल
संपादनः ए कुमार