वेस्टरवेले तुर्की और मध्य पूर्व की यात्रा पर
७ जनवरी २०१०मध्यपूर्व विवाद बातचीत का मुख्य मुद्दा होगा. अपनी यात्रा की शुरुआत गिडो वेस्टरवेले तुर्की से कर रहे हैं जहां वह विदेश मंत्री अहमत दावुतोग्लु से मिलेंगे और राष्ट्रपति अब्दुल्लाह ग्युल और प्रधानमंत्री रिसैप तैयब एर्दोआन से भी.
इस्तांबूल इस साल की यूरोपीय सांस्कृतिक राजधानियों में से एक है इसी के चलते वह जर्मन राजदूत के ग्रीष्मकालीन आवास ग्रैंड होम पर जाएंगे जिसे जर्मन तुर्की सांस्कृतिक केंद्र बनाए जाने पर विचार चल रहा है. तुर्की में बातचीत का एक मुद्दा तुर्की की यूरोपीय संघ में पूरी सदस्यता का होगा. अभी तक अंगेला मैर्केल की सीडीयू पार्टी की सहयोगी सीएसयू पार्टी कहती रही है कि तुर्की को पूरी सदस्यता नहीं दी जाए.
माना जा रहा है कि वेस्टरवेले तुर्की के यूरोपीय संघ में आने के मुद्दे पर कह सकते हैं कि वह गठबंधन में तय लाइन पर ही चलेंगे चाहे तुर्की को यूरोपीय संघ में शामिल किया जाए या नहीं.
जर्मन मीडिया में वेस्टरवेले ने कईं विवादास्पद बयान दिए हैं ख़ासकर लंदन में होने वाले अफ़ग़ानिस्तान सम्मेलन को लेकर. उन्होंने कहा था कि वह इस सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेगें अगर वहां सिर्फ़ सैनिक बढ़ाने के ही बारे में बात की जाने वाली हो तो.
इस बार की मध्यपूर्व यात्रा में अफ़ग़ानिस्तान तो उतना बड़ा मुद्दा नहीं है लेकिन यमन और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर खाड़ी देशों के साथ बातचीत हो सकती है. शुक्रवार को वेस्टरवेले सउदी अरब, क़तर और संयुक्त अरब अमीरात जाएंगे. अरब और इस्राएलियों के बीच विवाद सुलझाने में सउदी अरब की मुख्य भूमिका है. कहा जा रहा है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम के तहत तेहरान पर प्रतिबंध लगाने के मामले में वह खाड़ी देशों से समर्थन की मांग कर सकते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे
संपादनः एस गौड़