शांति वार्ता के लिए इथियोपिया पहुंचेंगे लीबिया के विदेश मंत्री
२५ अप्रैल २०११मूसा इब्राहिम ने बताया कि मोरक्को पहले से ही लीबिया के साथ शांति वार्ता में सहयोग दे रहा है. साथ ही लीबिया सरकार रूस, ग्रीस, तुर्की और लैटिन अमेरिका के साथ भी संपर्क में है ताकि रणनीति तैयार की जा सके.
समाचार एजंसी रॉयटर्स से बातचीत में इब्राहिम ने कहा, "हमें पूरी उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में, शायद एक या ज्यादा से ज्यादा दो हफ्तों में हम एक प्रस्ताव तैयार कर लेंगे और नाटो को शर्मिंदा हो कर इस प्रस्ताव को मंजूरी देनी ही होगी. नाटो को यह बात समझनी होगी कि अगर वो वाकई में लीबिया में शांति और लोकतंत्र स्थापित करना चाहता है तो उसे हम पर हमला करना रोकना होगा और हमसे बात करनी होगी." मोरक्को के सहयोग के बारे में इब्राहिम ने कहा, "मोरक्को भी शांति वार्ता में शामिल है लेकिन वहां से हमें अभी तक कोई प्रस्ताव नहीं आया है. उन्होंने हमसे भी बात की है और विरोधियों से भी. अब हम उनके प्रस्ताव का इंतजार कर रहे हैं."
लीबिया सरकार ने पिछले दिनों में कई बार युद्ध विराम की बात कही है. लेकिन विरोधियों ने उन्हें यह कह कर नकार दिया कि सरकार केवल बातें कर रही है और सरकार की सेना ने हमला जारी रखा हैं. इसी महीने लीबिया ने शांति प्रयास के लिए तैयार किए गए एक अफ्रीकी संघ के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी थी, लेकिन विरोधियों ने इसे भी खारिज कर दिया. उनका कहना है कि वो तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक गद्दाफी देश नहीं छोड़ देते. अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने कहा है कि वो लीबिया पर सैन्य कार्रवाई तब तक नहीं रोकेंगे जब तक गद्दाफी पद छोड़ने को तैयार नहीं हो जाते.
रिपोर्ट: रॉयटर्स/ईशा भाटिया
संपादन: एन रंजन